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हेल्थगीरी अवॉर्ड्स में बोले स्वास्थ्य मंत्री-700 डॉक्टरों ने कोविड में जान गंवाई, लेकिन वे मरीजों के लिए डटे रहे

Healthgiri Awards 2021 में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा हमें इस तरह के कार्यक्रम की जरुरत है. देश की ताकत को उजागर करना है. इंडिया टुडे ग्रुप अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभा रहा है और इसलिए मैं उन्हें सलाम करता हूं.

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इंडिया टुडे हेल्थगिरी अवॉर्ड्स 2021 में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया
इंडिया टुडे हेल्थगिरी अवॉर्ड्स 2021 में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इंडिया टुडे ग्रुप अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभा रहा, उसे सलाम
  • मुझे पता है कि ऐसे ढेरों कोरोना वॉरियर्स जो गुमनाम हैंः मांडविया
  • कोरोना वॉरियर्स ने जरूरतमंद लोगों की खूब सेवा कीः अरुण पुरी

Healthgiri Awards 2021: इंडिया टुडे हेल्थगीरी अवॉर्ड्स 2021 के कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के वैज्ञानिकों पर भरोसा किया. पीएम के लॉकडाउन के फैसले को पूरे देश ने समर्थन दिया. 

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उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में स्वास्थ्य के महत्व को समझा गया. भारत ने दुनिया के कई देशों की मदद की. भारत ने 123 देशों की मदद की. उन्होंने कहा कि हेल्थगीरी अवॉर्ड्स बेहद महत्वपूर्ण प्रयास है. गांधी जी के विचारों से प्रेरित है हेल्थगिरी अवॉर्ड्स. गांधी जी ने स्वास्थ्य को सही संपत्ति करार दिया था.

हेल्थगीरी अवॉर्ड्स 2021 वितरित करने से पहले अपने संबोधन में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि महामारी के दौरान 700 डॉक्टरों ने कोविड में जान गंवाईं, लेकिन वे मरीजों के लिए डटे रहे.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर इस अवॉर्ड को देना अपने आप में इस अवॉर्ड का महत्व बढ़ जाता है. महात्मा गांधी एक व्यक्ति नहीं बल्कि विचार थे. और इस विचार का भी एक युग था जिसको गांधी युग कहा जाता है. इन गांधी ने 1942 में आगा खान पैलेस में बंदी के दौरान उन्होंने एक किताब लिखी थी जिसका नाम था 'की टू हेल्थ'.

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उन्होंने कहा कि यह किताब से हमें प्रेरणा मिलती है और वास्तविकता की ओर से संकेत करता है. हमारा शरीर किसके बना हुआ है, पंच महाभूत से बना हुआ है, जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी और आकाश. इन सभी के बीच तालमेल रखना चाहिए. तालमेल नहीं रहेगा तो आपकी हेल्थ ठीक नहीं रहेगी. ऐसी बात महात्मा गांधी ने इस किताब में कही है.

इंडिया टुडे ग्रुप को मेरा सलामः मांडविया 

उन्होंने कहा कि हमें इस तरह के कार्यक्रम की जरुरत है. देश की ताकत को उजागर करना है. प्रोत्साहित करना है, देश का हर नागरिक आगे बढ़े. स्वच्छता और स्वास्थ्य एक दूसरे के पहलू हैं. इंडिया टुडे ग्रुप अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभा रहा है और इसलिए मैं उन्हें सलाम करता हूं.

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत के सामने ढेरों चुनौतियां हैं. कहीं पहाड़ हैं तो कहीं लगातार बारिश हो रहा है. कोरोना संकट काल में कई कोरोना वॉरियर्स कई दिनों से अपने परिवार से नहीं मिले. एक मां अपने 3 महीने के बच्चे से नहीं मिली, वह अपनी कोरोना ड्यूटी नहीं छोड़ सकी, काम करती रही. मुझे पता है कि ऐसे ढेरों कोरोना वॉरियर्स हैं जो गुमनाम हैं.

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गुमनाम नायकों को पुरस्कृत करने की खुशीः अरुण पुरी

इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स ने लोगों की सेवा की. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में बेड्स की कमी थी. यहां तक कि श्मशान में भी जगह नहीं थी. लेकिन ये कोरोना वॉरियर्स ही थे जिन्होंने जरूरतमंद लोगों के लिए हर तरह की सेवा की. 

चेयरमैन अरुण पुरी ने कहा कि हमने इस साल अप्रैल और मई के बीच कोविड-19 महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर देखी, जिसमें एक दिन में 400,000 से अधिक केस रिकॉर्ड किए गए. भारत की कुल कोविड डेथ में से आधी अकेले उन दो महीनों में हुईं. और मुझे विश्वास है कि यहां मौजूद हम में से हर कोई किसी न किसी तरह से इस हेल्थ इमरजेंसी से प्रभावित हुआ है.

उन्होंने कहा कि सहज चलने वाला हमारा हेल्थ सिस्टम संक्रमित रोगियों की अभूतपूर्व संख्या से तेजी से प्रभावित हुआ. बीमार व्यक्तियों को अस्पतालों तक ले जाने के लिए पर्याप्त एम्बुलेंस नहीं थीं. ऑक्सीजन और अस्पताल में बेड की किल्लत हो गई थी और मरीजों को देखने के लिए मेडिकल स्टाफ की कमी हो गई थी. श्मशान भरे पड़े थे और, कई मामलों में, जहां पूरे परिवार कोविड पॉजिटिव थे वहां मृतकों का अंतिम संस्कार करने के लिए भी कोई नहीं था. यह एक तरह का युद्ध था. और इससे मुकाबले के लिए योद्धाओं (warriors) के एक असाधारण समूह की जरूरत थी. देशभर में, हजारों समर्पित पुरुष, महिलाएं और संगठन; दोनों ही तरफ से सरकार में और निजी क्षेत्रों में, हमारे कोरोना योद्धा थे जिन्होंने संकट में फंसे देश के नागरिकों की मदद की. मुझे खुशी है कि हम गुमनाम नायकों के प्रतिबद्धता भरे इस निस्वार्थ कार्य को पुरस्कृत कर रहे हैं.

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पीएम मोदी ने भी की तारीफ

 

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर आज Healthgiri Awards के माध्यम से स्वच्छता से लेकर स्वास्थ्य सेवा तक के विभिन्न क्षेत्रों में जमीनी स्तर के बदलाव करने वालों को सम्मानित करने के लिए इंडिया टुडे ग्रुप की पहल की सराहना की.

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, 'मैं हेल्थगीरी अवॉर्ड्स 2021 के विजेताओं को बधाई देना चाहता हूं. मैं हर साल 2 अक्टूबर को चाहे वह स्वच्छता हो या अब स्वास्थ्य सेवा, जमीनी स्तर पर बदलाव लाने वालों को सम्मानित करने के उनके नियमित प्रयासों के लिए इंडिया टुडे ग्रुप की भी सराहना करना चाहूंगा.'

 

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