सिक्किम में शुक्रवार को हुई भारी बारिश और खराब मौसम के बीच भीषण लैंड स्लाइड की घटना सामने आई है. बिगड़े मौसम के कारण हुए भू-स्खलन के साथ स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा वहीं, घटना स्थल पर 3500 पर्यटक फंस गए. भारी बारिश के कारण चुंगथांग के पास की सड़क बह गई, जिसके कारण उत्तरी सिक्किम में 3000 से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं. पर्यटकों को बचाने के लिए बीआरओ प्रोजेक्ट स्वास्तिक ने प्रभावित क्षेत्र पर एक अस्थायी क्रॉसिंग बनाने के लिए रात भर काम किया.
पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया
शनिवार दोपहर 2000 पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया था. त्रिशक्ति कोर, भारतीय सेना और सीमा सड़क संगठन के कर्मियों ने पर्यटकों के बचाव और उनकी सुविधा के लिए फ्लैश फ्लड क्षेत्र पर एक अस्थायी क्रॉसिंग बनाने के लिए रात भर काम किया. पर्यटकों को नदी पार करने में मदद की गई और उन्हें गर्म भोजन, तम्बू और चिकित्सा सहायता प्रदान की गई.
दो बसों से 72 पर्यटक निकाले गए
पीआरओ महेंद्र रावत ने कहा कि शनिवार दोपहर बाद तक 1500 और पर्यटकों को बचाव के लिए निकालना जारी था. सड़क संपर्क बहाल करने के प्रयास चल रहे हैं, वहीं, सिक्किम पुलिस ने बताया कि भूस्खलन से प्रभावित हुई दो बसों में से अब तक कुल 72 पर्यटकों को निकाला गया है. 19 पुरुष, 15 महिलाएं और 4 बच्चों के साथ पहली बस गंगटोक के लिए मंगन जिले के पेगोंग में भूस्खलन से प्रभावित हो गई थीं.
सड़क संपर्क को फिर से जोड़ने के प्रयास जारी
डिफेंस पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत के मुताबिक, सिंगटम, दिक्चू, रंगरान, मंगन और चुंगथांग को जोड़ने वाली सड़क भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हो गई थी. राकडुंग-तिनटेक मार्ग के जरिए दिक्चू से गंगटोक मार्ग केवल हल्के वाहनों के लिए खुला है. उन्होंने बताया कि सड़क संपर्क को फिर से जोड़ने के प्रयास जारी हैं.
एक महीने पहले भी हुआ था भूस्खलन
बता दें कि इससे पहले 20 मई 2023 को भी नॉर्थ सिक्किम में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ था. इसके बाद भारतीय सेना के जवानों ने 500 पर्यटकों को रेस्कयू किया था. इसमें 113 महिलाएं और 54 बच्चे भी शामिल थे. एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भारी बारिश के बाद भूस्खलन और सड़कें बाधित हो गईं, जिसके बाद लाचुंग और लाचेन घाटी में लगभग 500 पर्यटक फंस गए.
Input- Afrida