उत्तर प्रदेश और बिहार में सदन की कार्यवाही के दौरान एक कॉमन चीज देखने को मिली. दोनों ही सदनों में विधानसभा स्पीकर ने मंत्रियों को फटकार लगाई है. बिहार में स्पीकर नंदकिशोर यादव ने मंत्री हरी सहनी को फटकारा है तो वहीं यूपी में मंत्री ओमप्रकाश राजभर को स्पीकर से नसीहत मिली है. अब आइए जानते हैं कि आखिर दोनों मामला क्या है...
पहले बात बिहार विधानसभा की...
दरअसल, स्पीकर नंदकिशोर यादव ने मंत्री हरी सहनी को फटकार लगाई . सदन में सही जवाब नहीं देने के कारण उन्हें ये फटकार लगाई गई है. हुआ यूं कि आरजेडी विधायक अवध बिहारी चौधरी ने छात्रावास को लेकर सरकार से एक सवाल पूछा था. चौधरी ने सरकार के पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से यह जानना चाहा था कि सिवान जिले में पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए कोई छात्रावास है या नहीं? अगर नहीं है तो फिर इसका निर्माण करने के लिए सरकार क्या विचार रखती है?
इसके जवाब में मंत्री हरी सहनी ने गोलमोल जवाब दिया. इसपर स्पीकर नाराज हो गए. उन्होंने कहा कि आप सवाल का सही जवाब नहीं दे रहे हैं. आप जो बता रहे हैं उससे कुछ स्पष्ट नहीं होता है. बाद में स्पीकर ने इस सवाल को ही स्थगित कर दिया और कहा कि मंत्री आपके सवाल की जानकारी करके सदन को बताएंगे.
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अब बात यूपी विधानसभा की
उधर, यूपी में विधानसभा सत्र के दौरान प्रश्नकाल में मैनपुरी की किशनी विधानसभा से सपा विधायक ने रोजगार सेवकों के मानदेय वृद्धि से संबंधित सवाल पूछा. जवाब में सरकार में पंचायतीराज व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर जवाब देने उठे .उन्होंने कहा कि संबंधित प्रश्न उनके विभाग पंचायतीराज का नही ग्राम विकास विभाग से संबंधित है . इसके बारे में सूचना एकत्र की जा रही है . इसपर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मंत्री ओमप्रकाश राजभर को नसीहत देते हुए कहा कि अगर सदन में किसी भी सदस्य ने सरकार से सवाल पूछा है तो सरकार यानी मंत्रिमंडल का दायित्व है कि उस प्रश्न का समाधान करें .
महाना ने कहा कि उत्तर देना सरकार और मंत्रिमंडल के मंत्रियों की सामूहिक जिम्मेदारी है कि उस प्रश्न का उत्तर विभाग से समन्वय बनाकर दिया जाए.