असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हिंदुओं को मुसलमान और ईसाई से नहीं, बल्कि लेफ्ट लिबरल से खतरा है.
हिमंत ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'कुछ लोगों का भाषण जब मैं सुनता हूं तो वो समझते हैं कि जब से हमने संविधान को स्वीकार किया तब से भारत वर्ष की शुरुआत हुई, पर ऐसा बिलकुल भी नहीं है. भारत एक सभ्यता है जो 5000 वर्ष पुरानी है. औरंगजेब जिसने प्रण किया था कि वो हिन्दू धर्म को खत्म करेगा, हिन्दू धर्म को खत्म नहीं कर पाया. लेकिन खुद खत्म हो गया. अगर राहुल गांधी और ममता बनर्जी सोचते हैं कि हिंदू खत्म हो जाएगा तो मैं तो कहूंगा आप खत्म हो जाएंगे हिन्दू धर्म कभी खत्म नहीं होगा.
'मुसलमान और ईसाई से हिन्दुओं को नहीं है खतरा'
धीरे-धीरे लेफ्ट और लिबरल लोगों ने इस देश को घेर लिया था, फिर ऐसे ही लोगों को पद्मश्री मिली जो खासकर हिंदुओं के खिलाफ बोलती थी 214 तक ऐसा लगा कि देश अब उबर नहीं पाएगा. इतने स्कैम हुए हिंदुओं को कटघरे में खड़ा किया गया और कहा गया कि हिंदू मत बोलो सेकुलर बोलो और देश के प्रधानमंत्री ने यहां तक बोला कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार माइनॉरिटी का होगा, लेकिन यदा-यदा ही धर्मस्य और हमारे पास मोदी आए. मैं नहीं मानता कि मुसलमान और ईसाई से हिन्दुओं को खतरा है. मैं ऐसा कभी नहीं मानता. दरअसल, ये दोनों भारत में अल्पसंख्यक हैं. हिंदुओं को खतरा खुद हमारे समाज से है.
'लेफ्ट और लिबरल लोगों से है खतरा'
मैं मानता हूं कि हमें सबसे ज्यादा खतरा है लेफ्ट और लिबरल लोगों से है. ये जो बंगाल की आज हालत है. हिंदुओं को यहां कमजोर किया गया. ममता बनर्जी को तो यह विरासत में मिला, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार तो लेफ्ट और लिबरल है और आज इस विरासत का ट्रीटमेंट उनको मिल रहा है, मेरी उनसे संवेदना है. आपने हिंदुओं को गोमांस खाना सिखाया, लेकिन आप भूल गए कि हमारे पूर्वज अगर गाय का दूध नहीं पिया हो तो आज हमारा जन्म नहीं होता. मैं हमेशा मानता हूं कि जब तक भारत ने हिंदू सुरक्षित रहेगा, तब तक अन्य धर्म भी सुरक्षित रहेंगे.
ममता बनर्जी पर साधा निशाना
उन्होंने कहा, 'आज जो TMC का कोर वोट बैंक है. मैं नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन आप बोलोगे तो मैं बोल भी देता हूं. आज हमारे देश के मुसलमान वोट देते हैं तो क्या सोचकर देते हैं कि यह व्यक्ति हमारा करीबी है या मैं जानता हूं कि नहीं जानता हूं. उनको मालूम है कि किसको वोट देना है. मैं उन्हें दोष नहीं दूंगा और वो जाकर जबरदस्त बोट देते हैं और घर में कोई मरा व्यक्ति है, उनके नाम पर भी वोट दे देते हैं.'
असम के सीएम ने कहा, 'हमारे धर्म का कौन संरक्षण करेगा, मैं जानता हूं कि हमारे देश का कौन संरक्षण करेगा मैं जानता हूं. लेकिन हमारे सामने का रास्ता सही नहीं हुआ इनकम टैक्स थोड़ा ज्यादा हो गया. नई पेंशन स्कीम नहीं आई तो वोट नहीं देना चाहिए तो हमारा समाज भी चुनाव के बाद दुर्बल हो जाता है. आज हमें कुछ करने की जरूरत नहीं है, अगर हिन्दू समाज एक रहते हैं तो सेफ रहते हैं.'
उन्होंने दावा किया कि कोई मुस्लिम ने भारत के इतिहास की किताबें नहीं बदली. रोमिला थापर जैसी व्यक्ति ने JNU में बैठकर हमारे बुलंद इतिहास को विकृत किया. JNU में बैठकर हमारे समाज और देश को विनाश किया जो कोई और नहीं हिन्दू ही हैं. हमें एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहिए जहां आगे चलकर कोई लेफ्ट या लिबरल का जन्म न हो. इसलिए मैं कहता हूं कि हमें एक होना चाहिए और अगर हम एक होते हैं तो कोई ममता बनर्जी हमारे सामने खड़ी नहीं हो सकती.
UCC आने के हैं संकेत: CM सरमा
हिमंत ने ये भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद एक वक़्त ऐसा भी आ गया कि अब लगने लगा है वक्फ खत्म होने वाला है. ट्रिपल तलाक तक खत्म हो गया और अब हमारे देश में यूसीसी आने का संकेत मिल रहे हैं.