राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने संगठन के सभी स्वयंसेवकों से जाति, पंथ, क्षेत्र और भाषा से हटकर अलग-अलग समूहों के बीच मित्रता बढ़ाने की अपील की.
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने कहा,'स्वयंसेवक समाज के कल्याण के लिए उत्प्रेरक का काम करते हैं. सभी हिंदुओं को आपसी सम्मान और सहयोग के जरिए अलग-अलग उपयोगों के लिए समान मंदिर, श्मशान और जल का इस्तेमाल करना चाहिए.'
'पर्यावरण सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी लें'
RSS चीफ ने कहा,'समाज में अलग-अलग जातीय समूहों के बीच सतत सांप्रदायिक सद्भाव तथा रिश्तेदारों और कुलों के बीच सद्भावना ही राष्ट्र को सकारात्मक दिशा और परिणाम की ओर ले जाएगी. पूरे समाज को पर्यावरण की रक्षा के लिए जल संरक्षण, पौधे लगाने और प्लास्टिक के बर्तनों से बचने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.'
मातृभाषा में करनी चाहिए बातचीत
मोहन भागवत ने आगे कहा,'हर भारतीय को भोजन, आवास, यात्रा और यहां तक कि अपनी आत्म-अभिव्यक्ति से मेल खाने वाली भाषाओं का उपयोग करना चाहिए. किसी को अपनी दैनिक गतिविधियों में विदेशी भाषाओं का उपयोग करने के बजाय मातृभाषा में बातचीत करनी चाहिए.'