हिंदुस्तानी भाऊ....उर्फ विकास पाठक उर्फ पहली फुर्सत. कई नामों से मशहूर हो चुके हिंदुस्तानी भाऊ का विवादों में रहने का सिलसिला काफी पुराना है. सोशल मीडिया की दुनिया में हमेशा ट्रेंड करने वाले भाऊ सुर्खियां बटोरने से कभी पीछे नहीं हटते हैं. आजकल वे छात्रों के समर्थन में आ गए हैं. मांग है कि 10वीं-12वीं की परीक्षा ऑनलाइन ही करवाई जाए. विकास इसका समर्थन कर रहे हैं. आरोप है कि उन्होंने मुंबई में छात्रों को भी उकसाया है. अभी गिरफ्तार कर लिए गए हैं और आगे की जांच जारी है.
लेकिन आखिर कौन हैं ये हिंदुस्तानी भाऊ जिनके एक वीडियो ने छात्रों को सड़क पर ला दिया? हमेशा सुर्खियों में क्यों रहते हैं हिंदुस्तानी भाऊ? काम क्या करते हैं भाऊ? आइए बताते हैं विकास पाठक उर्फ हिंदुस्तानी भाऊ की पूरी कहानी.
शुरुआती जीवन...संघर्ष और चुनौतियां
हिंदुस्तानी भाऊ एक मराठी परिवार से ताल्लुक रखते हैं और शुरुआती जीवन में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था. कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि भाऊ का बचपन काफी चुनौतियों से भरा रहा था. उन्हें सातवीं क्लास में ही परिवार के लिए कमाना पड़ता था. आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी लिहाजा वेटर की नौकरी करने लगे थे. कुछ समय के लिए उन्होंने घर-घर जाकर अगरबत्ती भी बेची थीं. ऐसे में आज भाऊ लोकप्रिय जरूर नजर आते हैं, लेकिन इसके पीछे कहानी कई नाटकीय मोड़ वाली रही है.
इन चुनौतियों को पार करने के बाद भाऊ ने पत्रकारिता के क्षेत्र में भी काम किया है. वे कुछ समय के लिए एक मराठी अखबार के साथ जुड़ गए थे. साल 2011 में उन्हें सर्वश्रेष्ठ चीफ क्राइम रिपोर्टर का पुरस्कार दिया गया था. लेकिन बाद में उन्होंने अपनी राह बदली और 2014 में खुद का यूट्यूब चैनल लेकर आ गए. मिमिक्री का शौक बचपन से था, ऐसे में उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर संजय दत्त की खूब मिमिक्री की, लोगों ने वीडियो पसंद करने शुरू किए और देखते ही देखते उनका चैनल चल पड़ा.
यूट्यूब चैनल बनाते ही लोकप्रियता
फिर एक कदम आगे बढ़कर हिंदुस्तानी भाऊ ने देश के मुद्दों पर बात करना शुरू कर दिया. अंदाज उनका अलग था, ज्यादा तल्ख भी रहा. गालियों का इस्तेमाल था, चेतावनियां थीं और कई मौकों पर विवाद. लेकिन भाऊ पीछे नहीं हटे और कई मुद्दों पर खुलकर अपने विचार रखने लगे. कभी पाकिस्तान को गालियां देते तो कभी देश के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल देते. खास बात ये भी रहती कि उनके ऐसे ज्यादातर वीडियो गाड़ी में बनाए जाते थे.
अब सुर्खियों में आने की बात करें तो कुछ साल पहले भाऊ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था. उस वीडियो में वे देश के खिलाफ बोलने वालों की क्लास लगा रहे थे. कई अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल भी हुआ था. तब उनके वीडियो में 'पहली फुर्सत' शब्द काफी ट्रेंड किया था और तभी से उनका एक नाम ' पहली फुर्सत' ही पड़ गया.
बिग बॉस बन गया गेम चेंजर
इतनी बार ट्रेंड होने के बाद हिंदुस्तानी भाऊ ने अपने करियर में एक और बड़ा फैसला लिया. देश के सबसे बड़े रियलिटी शो बिग बॉस में हिस्सा लेने का. सीजन 13 में उन्होंने दस्तक दी और एक लंबा सफर तय किया. उनको घर का सबसे बड़ा एंटरटेनर बताया गया और दर्शकों ने भी खूब वोट दिए. जीत तो नहीं पाए, लेकिन शो में लगातार छाए रहे. लेकिन इन सब के बीच भाऊ का सुर्खियों का कोटा सबसे ज्यादा विवादों ने ही पूरा किया.
एकता कपूर संग तकरार चर्चित
जितना ट्रेंड करता वीडियो, उतना बड़ा मतलब उनका विवाद. कई मौकों पर भाऊ ने अपने बयानों से बवाल खड़ा किया है. एकता कपूर संग उनकी तकरार तो सबसे ज्यादा सुर्खियों मे ंरही थी. जब एकता कपूर की सीरीज XXX आई थी, तब एक सीन को लेकर खूब बवाल मचा था. हिंदुस्तानी भाऊ ने तो एकता को धमकी तक दे डाली थी. पुलिस में शिकायत करवाई थी और राष्ट्रपति से उनका पद्मश्री वापस लेने की मांग की. इससे पहले उन पर अपने वीडियो के जरिए नफरत फैलाने का आरोप भी लगा है. इस वजह से उनका इंस्टाग्राम अकाउंट एक बार सस्पेंड भी हुआ है.
पुलिस संग भी उनका पंगा पुराना है. कोरोना नियमों को तोड़ने की वजह से भी वे गिरफ्तार हो चुके हैं. अब छात्रों को उकसाने के आरोप में पुलिस उन्हें पकड़कर ले गई है.