इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 20वें एडिशन में पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुलकर कई सवालों के जवाब दिए. उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पर भी निशाना साधा. साथ ही अडानी मुद्दे पर भी चर्चा की. इस दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के मुख्य प्रतिद्वंद्वी के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि अभी तो जो चित्रण देख रहे हैं हर राज्य में हमारी स्पर्धा (कॉम्पिटिशन) किसी न किसी अलग-अलग दल से होती है. लोकतंत्र में सभी चुनाव लड़ते हैं, स्पर्धा है ही. क्षेत्रीय दल के बारे में शाह ने कहा कि यूपी में हम चार चुनाव सपा-बसपा से लड़कर जीते हैं, आरजेडी को बिहार में हमने कई बार हराया है. नॉर्थ ईस्ट में हम क्षेत्रीय दलों को हराकर जीते हैं.
कॉन्क्लेव में शाह ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है. नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे. ऐसा 70 के दशक के बाद पहली बार होगा.
गृह मंत्री कहा कि पीएम मोदी ने भारत के लोगों के अंदर महत्वाकांक्षा को जीवित करने का काम किया है. देश के 60 करोड़ लोग जो सपना नहीं देख पाते थे, उन गरीब लोगों के मन में स्वप्न देखने की आशा का संचार करने का काम नरेंद्र मोदी ने किया. उन्होंने हर भारतीय के मन में आज ये सपना निश्चित रूप से खड़ा किया है कि जब आजादी की शताब्दी मनाई जाएगी सारे विश्व के अंदर भारत सर्वप्रथम होगा और भारत दुनिया में हर क्षेत्र में नेतृत्व करेगा.
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'पीएम मोदी की वजह से श्रीनगर में तिरंगा फहरा सके राहुल'
अमित शाह ने कहा कि करीब चार दशक से कश्मीर, नॉर्थ-ईस्ट और वामपंथी उग्रवाद, ये ऐसे हॉटस्पॉट थे, जो नासूर बनकर देश की आंतरिक सुरक्षा को परेशान कर रहे थे. इसका कोई समाधान नहीं दिखता था, लेकिन पिछले 9 साल में मोदी जी की नीतियों के कारण आज कश्मीर में इंवेस्टमेंट आ रहा है और पर्यटन बढ़ रहा है. एक साल में 1.80 करोड़ लोग कश्मीर घूमने गए हैं. वहां हिंसा की घटनाओं में 70% की कमी आई है. पत्थरबाजी पूरी तरह बंद हो गई है. आतंक फैलाने के लिए स्थानीय युवाओं की भर्ती लगभग-लगभग बंद हो गए हैं. शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी मोदी जी की वजह से बिना किसी सुरक्षा के श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वज को फहरा सके. जिस लाल चौक में तिरंगा फहराने के लिए मुरली मनोहर जोशी और नरेंद्र मोदी को सेना से घिर कर जाना पड़ा था और हेलिकॉप्टर से उन्हें वहां पहुंचाना पड़ा था. यूपीए के शासन में यह संभव नहीं था.
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'वैश्विक समस्या पर भारत के दृष्टिकोण को दिया जाता है महत्व'
अमित शाह ने कहा कि आज विश्व में कोई भी समस्या हो, पूरे विश्व के नेता यह राह देखते हैं कि नरेंद्र मोदी इस समस्या के बारे में क्या बोलते हैं. इसका बहुत बड़ा महत्व है. 2014 से 2023 तक ये बड़ा परिवर्तन आया है. विश्व की हर समस्या के समाधान के लिए भारत के दृष्टिकोण, भारत के पीएम के दृष्टिकोण को महत्व दिया जाता है. मेरी पार्टी का विजन बहुत स्पष्ट है. हम सबको लक्ष्य रखना चाहिए कि जब देश की आजादी की शताब्दी हो, तब हर क्षेत्र के अंदर भारत दुनिया में सर्वप्रथम हो. यही नीति हम लेकर चल रहे हैं. इसी के लिए हम हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं.
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गौतम अडानी के मुद्दे पर अमित शाह की प्रतिक्रिया
अमित शाह ने उद्योगपति गौतम अडानी के मुद्दे के सवाल पर जवाब दिया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने दो रिटायर्ड जजों की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई है. जिसके पास इस मामले से जुड़े जो भी तथ्य हैं, उसे कमेटी के समाने रखने चाहिए. अगर कुछ गलत हुआ है तो किसी को भी बख्शना नहीं चाहिए और न्यायिक प्रक्रिया पर भरोसा रखना चाहिए. इन सबके बाद भी अगर लगे कि रिपोर्ट ठीक नहीं है तो जरूर मुद्दे को उठाना चाहिए. आपको (कांग्रेस) को लगता है कि प्रक्रिया को फॉलो किए बिना मुद्दे को उठाकर जनता को गुमराह कर देंगे लेकिन ऐसा नहीं होता. उन्होंने कहा कि जनता को पता है कि कोई आरोप किसी पर तभी लगता है जब उस शख्स के अतीत का जीवन उस आरोप के अनुरूप रहा हो.