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BPR&D के स्थापना दिवस पर बोले अमित शाह- कानून और व्यवस्था ठीक नहीं तो लोकतंत्र सफल नहीं

अमित शाह ने कहा कि संघीय ढांचे में कानून और व्यवस्था राज्य का विषय होता है और संघीय ढांचे को मजबूती देने के लिए सभी राज्यों की क्रियान्वयन एजेंसी, यानी पुलिस, और उसके अनुसंघिक संगठनों को जोड़ने वाली एक कड़ी बहुत महत्वपूर्ण होती है.

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केंद्रीय गृह अमित शाह (File-PTI)
केंद्रीय गृह अमित शाह (File-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • '51 वर्षों तक अपनी प्रासंगिकता बनाए रखना बहुत बड़ी बात'
  • 'BPR&D के बिना अच्छी पुलिसिंग की कल्पना संभव नहीं'
  • सफल लोकतंत्र के लिए हर व्यक्ति की सुरक्षा जरुरीः अमित शाह

केंद्रीय गृह अमित शाह ने आज शनिवार पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (BPR&D) के 51वें स्थापना दिवस के अवसर पर कहा कि अगर कानून और व्यवस्था ठीक नहीं है, तो लोकतंत्र कभी सफल नहीं हो सकता. सफल लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है कि व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, कानून के दायरे में उसको जो अधिकार मिले हैं, वो उसे निर्बाध रूप से मिलते रहें.

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गृह मंत्री ने कहा कि किसी भी संस्थान के लिए 51 वर्षों तक अपनी प्रासंगिकता बनाए रखना बहुत बड़ी बात है और BPR&D ने अपनी प्रासंगिकता बनाए रखी है और अपने काम का दम भी दिखाया है. अपनी प्रासंगिकता बनाए रखना एक बहुत बड़ी चुनौती होती है क्योंकि समय बदलता रहता है और समय के अनुरूप संस्थाओं को भी बदलना पड़ता है. उन्होंने कहा कि BPR&D का काम बहुत महत्वपूर्ण काम है और जब वो पहले यहां आए थे तो उन्होंने आगंतुक पुस्तिका में लिखा था कि BPR&D के बिना अच्छी पुलिसिंग की कल्पना नहीं हो सकती.

अमित शाह ने कहा कि संघीय ढांचे में कानून और व्यवस्था राज्य का विषय होता है और संघीय ढांचे को मजबूती देने के लिए सभी राज्यों की क्रियान्वयन एजेंसी, यानी पुलिस, और उसके अनुसंघिक संगठनों को जोड़ने वाली एक कड़ी बहुत महत्वपूर्ण होती है. उन्होंने कहा कि चुनौतियां देश के परिप्रेक्ष्य में आती हैं, अलग-अलग पार्टी और विचारधारा की सरकारें होती हैं, क्षेत्रीय दलों की भी होती हैं, इन सबसे हटकर अगर कानून और व्यवस्था को चुनौतियों के लिए तैयार करना है तो उसके लिए उसे जोड़ने वाली एक कड़ी चाहिए नहीं तो देश की कानून व्यवस्था बिगड़ जाएगी, और 51 साल में BPR&D ने देश में कानून और व्यवस्था की दृष्टि से सभी राज्यों को जोड़ने वाली कड़ी का काम बहुत बखूबी किया है.

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'हर राज्य की अलग-अलग चुनौतियां'

उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नीतियां और चुनौतियां हैं और राज्यों के लिए इन चुनौतियों का सामना करना संभव नहीं था, जब तक एक केंद्रीय व्यवस्था इन सभी चुनौतियों का आंकलन करते हुए, इसके वैश्विक मापदंडों का अभ्यास करते हुए, भारत के पुलिस बल को अपग्रेड करने के लिए दिन-रात काम करे.

अमित शाह ने कहा कि देश ने आजादी के बाद लोकतंत्र और गणतंत्र को अपनाया और लोकतंत्र हमारे देश का तथा प्रजामन का स्वभाव है. लोकतंत्र में सबसे बड़ी है व्यक्ति की स्वतंत्रता, जो सीधे कानून और व्यवस्था के साथ जुड़ी होती है, बिना कानून व्यवस्था के लोकतंत्र सफल नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि 130 करोड़ लोगों को अपनी-अपनी क्षमता और बुद्धि के अनुसार खुद को विकसित करने का अवसर मिले और 130 करोड़ नागरिकों के विकास का फायदा देश को मिले और देश का विकास हो, यही लोकतंत्र है.

'तो लोकतंत्र कभी सफल नहीं हो सकता'

शाह ने कहा कि अगर कानून और व्यवस्था ठीक नहीं है, तो लोकतंत्र कभी सफल नहीं हो सकता. सफल लोकतंत्र के लिए बहुत जरूरी है कि व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, कानून के दायरे में उसको जो अधिकार मिले हैं, वो उसे निर्बाध रूप से मिलते रहें और संविधान ने जो कर्तव्य दिए हैं उनका भी वो निर्वहन करता रहे, और इन दोनों के मिलाप से देश का विकास आगे बढ़े.

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केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कानून और व्यवस्था को ठीक रखने का काम देश की पुलिस करती है, देश की सीमा सुरक्षा में जुटे हुए सभी बल करते हैं. इन सभी बलों को, पुलिस संस्थानों को अपग्रेड करना, प्रशिक्षण देना, ख़ामियों को सुधारने का काम BPR&D ने किया है.

चुनौतियों के प्रति आगाह करते हुए अमित शाह ने कहा कि चुनौतियां स्थायी नहीं होती, देश के सामने चुनौतियां बदलती रहती हैं. आज साइबर अटैक, ड्रोन अटैक, नारकोटिक की तस्करी, फेक करेंसी और हवाला रैकेट सबसे बड़ी चुनौती है. BPR&D एक ऐसा संस्थान है जिसे चुनौतियां के हिसाब से अपने काम को बदलना चाहिए. BRP&D का मुख्य कार्य बदलती चुनौतियों का आंकलन कर विश्वभर में बेस्ट प्रेक्टीस का अध्ययन कर हमारे पुलिस बलों को तैयार करना है.

मीराबाई चानू सम्मानित

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार का गृह मंत्रालय CrPC, IPC और Evidence Act में आमूलचूल परिवर्तन करने के लिए ढेर सारे काम कर रहा है. BPR&D ने इसमें काफ़ी अच्छा योगदान किया है. ब्यूरो ने ढेर सारे लोगों से चर्चा कर, 14 राज्य, 3 केन्द्र शासित प्रदेश, 8 CPOS, 6 CAPFs और 7 ग़ैर सरकारी संस्थानों से विचार विमर्श कर बदलाव के बहुत अच्छे सुझाव भेजे हैं.

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केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह आज शनिवार पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (BPR&D) के 51वें स्थापना दिवस के मौके पर नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस अवसर पर गृह मंत्री ने सर्वश्रेष्ठ पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों को ट्रॉफियों और पुरस्कारों से अलंकृत किया. साथ ही पुलिस प्रशिक्षण में उत्कृष्टता के लिए पदक भी प्रदान किए. गृह मंत्री अमित शाह ने टोक्यो ओलंपिक 2020 की रजत पदक विजेता एस. मीराबाई चानू को सम्मानित भी किया. 


 

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