सावन का पावन महीना शुरू होते ही कांवड़ यात्रा भी शुरू हो गया है. कावड़ यात्रा को लेकर गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है. इंटीलिजेंस ब्यूरो की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर यह एडवाइजरी जारी की गई है. सूत्रों के मुताबिक, कावड़ यात्रा में रेडिकल एलिमेंट्स से ख़तरे का अंदेशा है, इसलिए राज्य सरकारों को सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
गृह मंत्रालय की ओर से राज्यों सरकारों को भेजी गई एडवाइजरी में कांवड़ यात्रा में किसी भी ख़तरे से निपटने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा पुलिस बल तैनात किये जाने के निर्देश दिए गए हैं. खासतौर पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश में कावड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने को कहा गया है. ट्रेनों में भी सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मेरठ और वाराणसी जोन में सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है. सुरक्षा के लिए पूरे राज्य में 151 कंपनी पीएसी और 11 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल की तैनाती होगी.
मेरठ वाराणसी कमिश्नरेट के लिए अतिरिक्त पुलिस बल के साथ 13 एडिशनल एसपी, 30 डिप्टी एसपी, 309 इंस्पेक्टर/सब इंस्पेक्टर, 1250 कॉन्स्टेबल/हेड कॉन्स्टेबल और 132 ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है.
एटीएस और एंटी सैबोटॉज टीम के साथ बम निरोधक दस्ते को भी तैनात किया गया है. पूरे प्रदेश में 12356 किलोमीटर लंबे 840 कांवड़ मार्ग को चिह्नित किया गया है जहां 4556 शिवालय हैं जहां लोग जलाभिषेक करेंगे. 314 स्थानों पर सावन के मौके पर लगने वाले मेले के लिए भी सुरक्षा चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.
राज्य भर में 927 संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर सुरक्षा व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए हैं. 1917 सेक्टर में 1195 पुलिस की QRT टीम तैनात रहेगी. कांवड़ यात्रा मार्ग के आसपास शराब और मीट की दुकानों, मीट के परिवहन और मृत जानवरों के लाने-ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा.