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उफनती लहरें, बरसता आसमान... दूर नहीं बिपरजॉय तूफान! जानें महाराष्ट्र, गुजरात समेत 9 राज्यों पर कितना असर

अरब सागर में उठे इस चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने दहशत का शोर मचा रखा है. हर कोई इस आने वाले खतरे को लेकर डरा हुआ है. जहां-जहां तक समंदर की लहर पहुंच सकती हैं. इस तूफान की आहट तबाही के निशान दिखाने लगी है.

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बिपरजॉय चक्रवात ने बढ़ाई चिंता
बिपरजॉय चक्रवात ने बढ़ाई चिंता

अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 15 जून को गुजरात के कच्छ से टकराएगा. उससे पहले ही समंदर अशांत हो गया है. तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है. गुजरात के 8 जिले पूरी तरह अलर्ट हैं. केंद्र सरकार लगातार नजर बनाए हुए है. केंद्रीय मंत्रियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी सौंप दी गई है और वो मौके पर मौजूद हैं.

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अरब सागर में उठे इस चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने दहशत का शोर मचा रखा है. हर कोई इस आने वाले खतरे को लेकर डरा हुआ है. जहां-जहां तक समंदर की लहर पहुंच सकती हैं. इस तूफान की आहट तबाही के निशान दिखाने लगी है.

कई जगह से सामने आ रहीं डरावनी तस्वीरें

प्रभावित होने वाले इलाकों से अभी से बर्बादी की तस्वीरें सामने आ रही हैं. तेज हवा के साथ बारिश में कहीं पेड़ धराशाई हो गए हैं, तो कहीं सारा आलम ताश के पत्तों की तरह बिखर गया. इन दिनों चक्रवात बिपरजॉय भीषण तूफान में बदल चुका है. 

इसके अलावा मुंबई में भी तेज हवाओं के साथ समंदर में ऊंची ऊंची लहरें उठने लगी हैं. मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर महातूफान खौफ बनकर मंडरा रहा है. ये 9 राज्य लक्षद्वीप, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और पश्चिमी राजस्थान हैं. 

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चक्रवात

तटीय इलाकों को खाली कर रहा प्रशासन

कर्नाटक के तटीय जिलों पर इस तूफान की दहशत छाई हुई है. कर्नाटक के करीब 73 गांव तूफान की चपेट में आ सकते हैं. इसके अलावा महाराष्ट्र और गुजरात में बिपरजॉय की दहशत से समंदर किनारे कर्फ्यू सा लगने लगा है. 

ये बिपरजॉय तूफान कहां-कहां तबाही मचाएगा अभी इस ओर सरकारों का ध्यान नहीं है. फिलहाल सरकार की पहली चिंता इंसानी जान को बचाने की है. इंसानी जान को बचाए जाने के मकसद को पूरा करने का सारा जोर सरकारी अमले ने लगा रखा है. 

गोवा में कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग के मुताबिक, गोवा के कुछ इलाकों में भी आज और कल तेज हवाओं और बारिश के आसार हैं. गोवा के पेरनेम और मापुसा के लिए आईएमडी ने आमतौर पर बादल छाए रहने के साथ बारिश या गरज के साथ बारिश या धूल भरी आंधी चलने की संभावना जताई है. इस दौरान अधिकतम तापमान भी 34 डिग्री रह सकता है. गोवा में इस तूफान के कारण समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं. फिलहाल पर्यटकों के समुद्र तट पर जाने पर रोक लगा दी गई है. 
 
'इतनी तेज चलेंगी हवाएं कि तबाही मचेगी'

इससे निपटने के लिए NDRF की 17 टीमें ऑपरेशन में तैनात हैं. अब तक 27,000 से ज्यादा लोगों को कोस्टल एरिया से निकाला जा चुका है. NDRF की अतिरिक्त टीमें स्टैंड बाई में रखी गई हैं. डर है कि 15 जून को लैंड फॉल के बाद तेज हवा और बारिश आएगी. खतरे को देखते हुए कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी NDRF की टीमें तैनात हैं. अनुमान के मुताबिक 125 से 135 किलोमीटर/ घन्टे की रफ्तार साइक्लोन के लैंड फॉल के समय रहेगा. एक अनुमान यह भी जताया जा रहा है कि इस चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की रफ्तार 185 किलोमीटर प्रति घंटा तक भी हो सकती है. ऐसे में अंदाजा लगाना भी मुश्किल है कि ये रफ्तार कितनी तबाही मचा सकती है.

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मौसम विभाग के अनुसार अगले 2-3 दिन तक चक्रवाती तूफान का असर तेज बारिश और तूफानी हवाओं के तौर पर हो सकता है. गुजरात और महाराष्ट्र के समुद्र तट से आ रही तस्वीरें डरा रही हैं. उफान पर आए समंदर में मौजूद नौकाओं को पहले ही वापस लौटने का अलर्ट जारी किया जा चुका है. वहीं अपनी ड्यूटी निभा रहे कोस्ट गार्ड को लहरों से लगातार जूझना पड़ रहा है. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद अब तक करीब 1100 से ज्यादा नाव वापस किनारे पर लौट चुकी हैं. गुजरात के द्वारका में करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है.

चक्रवात का ताजा अपडेट

इस तूफान ने आकर सब कुछ किनारे लगा दिया. केरल से लेकर गुजरात और महाराष्ट्र से लेकर मेघालय तक हर कहीं अलर्ट का अलार्म बज रहा है. समंदर का किनारा कहीं का भी हो, हर कहीं खतरे का लाल झंडा फहरा रहा है. माना जा रहा है कि अगले 12 घंटों में ये चक्रवाती तूफान बेहद गंभीर रूप धारण कर सकता है. 

पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक

इस चक्रवात को लेकर पीएम मोदी ने खुद एक समीक्षा बैठक की थी. इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से फोन पर बात की और चक्रवात को लेकर जानकारी हासिल की. पीएम मोदी ने इस आपदा के हालात में केंद्र सरकार द्वारा सभी तरह की मदद देने का भरोसा जताया. इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आपदा प्रबंधन मंत्रियों के साथ बैठक की.

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पाकिस्तान में भी सता रहा चक्रवात का डर

ये तूफान जितना हिन्दुस्तान को डरा रहा है, उससे कहीं ज्यादा इसने पाकिस्तान को दहशत में डाल रखा है. बिपरजॉय 14 जून को गुजरात के कच्छ जिले से गुजरेगा और 15 जून की सुबह पाकिस्तान के कराची तट पर दस्तक देगा. तूफान के खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र में भी सरकार अलर्ट है. बिपरजॉय तूफान की वजह से अगले 72 घंटे काफी अहम हैं. यानी खतरा अभी बाकी है. भारत ने चक्रवाती तूफान से निपटने की पूरी तैयारी कर ली है. वहीं आपको बता दें कि ये तूफान पाकिस्तान के कराची में भी तबाही मचा सकता है. दावा किया जा रहा है कि कराची के पास मैंग्रोव का सफाया किए जाने से समंदर को रोक पाना बेहद मुश्किल हो गया है. कराची के लोग अब कह रहे हैं कि अगर ये तूफान ताकतवर रहा तो कराची को बचाना मुश्किल हो जाएगा.

गुजरात के कच्छ और पाकिस्तान के कराची के बीच 15 जून को टकराने वाला महातूफान पाकिस्तान की धड़कनें बढ़ा रहा है. पाकिस्तान के शहर कराची में सोमवार रात से ही हड़कंप मचा है. फौज के अधिकारी मीटिंग कर रहे हैं. लोगों को समंदर के किनारे से हटाकर सुरक्षित ठिकानों पर ले जाया जा रहा है. लेकिन कराची में चेतावनी भी जारी कर दी गई है. इस चेतावनी के साथ ही कराची की सड़कों पर सन्नाटा पसरा है. समंदर किनारे के इलाके में धारा 144 लागू कर दिया गया है. वहीं पाकिस्तानी मछुआरों को समंदर में जाने से रोक दिया गया है. इस वक्त मछुआरे अपनी नावों को रस्सियों से बांध में जुटे हैं. वहीं, सिंध प्रशासन ने सख्त हिदायत दे दी है कि मछुआरों को सुरक्षित इलाकों में शिफ्ट किया जाएगा. 

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रेलवे ने रद्द कीं 67 ट्रेनें

पश्चिम रेलवे द्वारा चक्रवात संभावित क्षेत्रों में एहतियाती उपाय के रूप में 67 ट्रेनों के परिचालन को पूरी तरह से निरस्‍त करने का निर्णय लिया गया है. इसके अतिरिक्त, पश्चिम रेलवे द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इन संभावित क्षेत्रों में ट्रेन यात्रियों के लिए विभिन्न संरक्षा और सुरक्षा संबंधी सावधानियां भी बरती जा रही हैं.

(गुजरात से गोपी मनियार, राजस्थान से देव अंकुर, मुंबई से सौरभ वक्तानिया, दिल्ली से जितेंद्र बहादुर और गोवा से रितेश देसाई की रिपोर्ट)

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