पिछले दो दिनों में बिहार से दिल्ली तक जो बातें कयास थीं, वो सच हो गईं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है. कल तक ललन सिंह इस्तीफ़े की बात को बीजेपी के हवाले से फैलाया गया झूठ कह रहे थे.आज दोपहर होते–होते बीजेपी के झूठ को खुद सच साबित कर गए। ललन सिंह ने इस्तीफ़ा देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में एक्टिव रहने के लिए पद छोड़ रहा हूं. तो इस घटना के बाद JDU में किस तरह के बदलाव देखने के लिए मिलेंगे, पॉलिटिकली, सुनिए 'दिन भर' में.
पिछले साल के अक्टूबर की घटना है... कतर में इंडियन नेवी के 8 पूर्व अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई थी, जासूसी के आरोप में उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी. जिस पर अब कतर की कोर्ट ने रोक लग दी है. लेकिन इससे इन अधिकारियों की मुश्किलें कम नहीं होंगी। इन्हें भारत लाने की प्रक्रिया इतनी आसान नहीं है. हालांकि उम्मीद की एक किरण जरूर दिख रही है. जो साल 2015 में कतर के साथ हुई एक प्रत्यर्पण संधि है. इस पूरे मामले को, ख़ासकर इस समझौते को समझने के लिए, सुनिए 'दिन भर'.
भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर इस साल हमनें बहुत सी खबरें पढ़ी, देखी, सुनी. कुछ दिन पहले International Monetary Funds की तरफ से बताया गया था कि भारत की इकोनॉमी जिस स्पीड से ग्रो कर रही है, वो न सिर्फ अपने देश के लिए अहम साबित होगी बल्कि इंटरनेशनल इकॉनोमी में भी उसकी भागीदारी को अच्छा पुश मिलेगा. साल भर में कई मौकों पर पीएम मोदी भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ करते हुए नज़र आए. आपको याद होगा G20 के दौरान पीएम ने सबका साथ, सबका विकास मॉडल पर बात करते हुए कहा था कि भारत 2047 तक विकसित देश कहलाएगा. हालांकि इस साल रेपो रेट के मसले पर RBI का सख्त रुख ने सबको डाउट में रखा. तो ऑल ओवर इंडियन इकॉनोमी का परफॉरमेंस कैसा रहा इस साल, सुनिए 'दिन भर' में.