कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन इन दिनों चिंता का विषय बना हुआ है. ऐसे में कोरोना की ही तरह इससे संक्रमित होने पर क्वारंटाइन होना जरूरी है. लेकिन सवाल यह है कि अगर विदेश यात्रा से लौटने वाले कोई भारतीय हैं या फिर कोई विदेशी हैं और वो ओमिक्रोन से संक्रमित पाए जाते हैं तो यहां आइसोलेशन या क्वारंटाइन का जो प्रोटोकॉल है क्या वो डेल्टा वायरस जैसा ही है या कुछ अलग है?
इसको लेकर नीति आयोग के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. वीके पॉल का कहना है कि- अगर किसी ने ओमिक्रॉन के लिए टेस्ट कराया है तो उसके नतीजे की प्रतीक्षा तक घर पर ही क्वारंटाइन रहें. और अगर कोई संक्रमित है तो 7 दिनों का क्वारंटाइन पीरियड पूरा करें और फिर रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही लोगों के बीच जाएं.
भारत में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच तीसरी लहर शुरू होने की बात कही जा रही है. ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही मुसीबत और बढ़ा सकती है. कैंब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) ने भारत में दूसरी लहर का सटीक अंदेशा जताया था. ऐसे में तीसरी लहर की चेतावनी भी भारत के लिए बड़ा खतरा है.
गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, अब तक 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन के कुल 1,525 मामलों का पता चला है, जिनमें से 560 ठीक हो गए हैं. महाराष्ट्र में अधिकतम 460 मामले दर्ज किए गए, इसके बाद दिल्ली में 351, गुजरात में 136, तमिलनाडु में 117 और केरल में 109 मामले दर्ज किए गए.