प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में लाल किले की प्राचीर से घोषणा की थी कि सेना में महिला अधिकारियों की भूमिका को बढ़ाया जाएगा. उसके बाद जब पीएम मोदी लद्दाख में गए तो वहां युद्ध क्षेत्र में महिला सैनिकों की तैनाती को देखकर गदगद दिखे. आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर सेना में महिलाओं की स्थिति क्या है...
कब हुई पहली महिला सैन्यकर्मी की नियुक्ति
रक्षा मंत्रालय ने सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई विभिन्न जानकारियों का जवाब देते हुए कहा कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं में महिलााओं की नियुक्ति 6 मार्च 1993 को हुई. यह नियुक्ति AMC, ADC और MNS के स्तर से नीचे हुई थी.
अभी 1672 महिला सैन्य अधिकारी
रक्षा मंत्रालय ने बताया 1 जुलाई 2020 तक AMC, ADC और MNS से नीचे के स्तर पर भारतीय सेना में महिला सैनिकों की कुल संख्या 1,672 है. हालांकि सरकार ने सुरक्षा का हवाला देते हुए इस संबंध में पिछले 10 साल के आंकड़े देने से मना कर दिया.
85 महिला अधिकारी परमानेंट कमीशन में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर कहा था कि शॉर्ट सर्विस कमीशन के दौरान भर्ती की गई महिला सैन्य अधिकारियों को परमानेंट कमीशन में भी भेजा जा सकेगा. रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के हिसाब से 1 जुलाई 2020 तक सेना के परमानेंट कमीशन में काम करने वाली महिला अधिकारियों की संख्या 85 है.
अभी कमांडिंग अधिकारी नहीं हैं महिलाएं
RTI में India Today ने सवाल किया था कि क्या महिला अधिकारियों के नेतृत्व में भारतीय सेना की किसी पूरी यूनिट की कमान है. इस संबंध में रक्षा मंत्रालय का जवाब ‘ना’ है.
सेना के इन-इन विभागों में महिलाएं
RTI के मुताबिक, सेना के 13 विभागों में महिला अधिकारियों की नियुक्ति की गई है. इनमें सिग्नल, इंजीनियरिंग, आर्मी एविएशन, आर्मी एयर डिफेंस, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मेडिकल ईऑर्डनेंस, इंटेलीजेंस कॉर्प्स, आर्मी एजुकेशन कॉर्प्स, आर्मी मेडिकल कॉर्प्स, आर्मी डेंटल कॉर्प्स वगैरह शामिल हैं. 4 विभाग ऐसे हैं, जिसमें महिला अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की गई है. ये विभाग हैं आर्म्ड कॉर्प्स, इन्फैन्ट्री, मेकेनाइज्ड इन्फैन्ट्री? आर्टिलरी और रीमाउंट वेटेरिनरी कॉर्प्स.
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