हैदराबाद के नजदीक मेडचल स्थित एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज की कुछ छात्राओं ने आरोप लगाया कि खाना बनाने वाले कर्मचारी ने हॉस्टल के वॉशरूम में उनका वीडियो बना लिया है. जिसके बाद दो लोगों को कथित तौर पर ताक-झांक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इसे मामले में सात लोग नामजद हैं. कॉलेज के प्रिंसिपल, निदेशक और अध्यक्ष सहित सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
छात्राओं की शिकायत के आधार पर मेडचल पुलिस थाने में अश्लील हरकतें करने, अपराध के लिए उकसाने और आईपीसी की अन्य धाराओं के अलावा पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. जांच के दौरान पुलिस ने छात्राओं के वॉशरूम में झांकने के आरोप में 20 वर्षीय दो लोगों को गिरफ्तार किया.
वॉशरूम का इस्तेमाल करते वक्त बनाया वीडियो
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनमें से एक रसोइए का सहायक है. उन्होंने बताया कि उन्हें शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. साइबराबाद पुलिस आयुक्तालय की ओर से बताया गया कि दोनों आरोपियों ने हॉस्टल की लड़कियों को तब निशाना बनाया जब वे वॉशरूम का इस्तेमाल कर रही थीं.
हॉस्टल के वॉशरूम के पास था घर
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों को लड़कियों के हॉस्टल के वॉशरूम के पास घर उपलब्ध कराया गया था, जिससे वे आसानी से वॉशरूम तक जाकर वीडियो बनाने में कामयाब हो गए. पुलिस ने बताया कि जब पीड़िताओं ने घटना के बारे में बताया तो गर्ल्स हॉस्टल के वार्डन ने लापरवाही बरती और जानबूझकर मामले को पुलिस या पीड़िताओं के माता-पिता तक नहीं पहुंचने दिया.
पुलिस ने बताया कि स्कूल के प्रिंसिपल, डायरेक्टर और चेयरमैन ने कॉलेज की प्रतिष्ठा बचाने के लिए हॉस्टल वार्डन पर घटना को उजागर न करने का दबाव बनाया. पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है.