हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस ने देशभर में धोखाधड़ी करने वाले संगठित सिंडिकेट के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने साइबर क्राइम में शामिल 23 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 25 मोबाइल फोन, 45 सिम कार्ड, 28 बैंक पासबुक-चेक बुक, 23 डेबिट-क्रेडिट कार्ड, एक लैपटॉप, 3 क्यूआर कोड स्कैनर, 5 शेल कंपनी टिकट और 40 हजार रुपये नकद बरामद की है.
साइबर क्राइम पुलिस अधिकारी ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस ने साइबर क्राइम करने वालों को टारगेट करने वाले एक बड़े ऑपरेशन में यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में छापेमारी की. टीम ने अपनी छापेमारी में डिजिटल सिस्टम का इस्तेमाल कर लोगों से पैसे ऐंठने की योजनाओं में शामिल 23 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी तेलंगाना में 30 और पूरे भारत में 359 मामलों से जुडे हुए हैं. इन मामलों में ठगों ने पीड़ितों को 5,29,98,006 रुपये की ठगी की है.
आरोपियों से 25 फोन और 45 सिम बरामद
पुलिस ने बताया कि टीम ने आरोपियों के पास से 40 हजार रुपये नकद समेत 25 मोबाइल फोन, 45 सिम कार्ड, 28 बैंक पासबुक-चेक बुक, 23 डेबिट-क्रेडिट कार्ड, एक लैपटॉप, 3 क्यूआर कोड स्कैनर, 5 शेल कंपनी टिकट बरामद की है.
पुलिस ने इन धोखाधड़ी नेटवर्कों को खत्म करने के लिए उन्नत जांच तकनीकों और खुफिया जानकारी का फायदा उठाते हुए अन्य राज्यों में पुलिस यूनिट के साथ मिलकर काम किया. ये ऑपरेशन बैंक अधिकारियों, अकाउंट सप्लायर्स और रिंग लीडर्स समेत सरगनाओं को पकड़ने पर केंद्रित था.
पीड़ितों को वापस किए 39 लाख रुपये
पुलिस के अनुसार, अकेले इस हफ्ते में तीन अलग-अलग मामलों में पीड़ितों को 39 लाख रुपये वापस किए गए हैं. इन कार्रवाइयों से न केवल पैसे की वसूली हुई है, बल्कि संगठित साइबर अपराध सिंडिकेट पर रोक लगाने में मदद मिलेगी.
पुलिस ने लोगों को दी सलाह
साइबर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अच्छे रिटर्न देने वाले निवेश योजनाओं की पेशकश करने वाले व्यक्तियों या ग्रुप से जुड़ने से बचना चाहिए. छोटे निवेश पर अवास्तविक रिटर्न का वादा करने वाली वेबसाइटों या समूहों से सावधान रहें.
साथ ही कानूनी कार्रवाई के किसी भी दावे को वेरीफाई करें, क्योंकि कानून प्रवर्तन एजेंसियां कभी-भी बेगुनाही साबित करने के लिए पैसे की मांग नहीं करती हैं या डिजिटल अरेस्ट जारी नहीं करती हैं. संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 या राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https://cybercrime.gov.in के माध्यम से रिपोर्ट करें. वहीं, डीसीपी साइबर अपराध, हैदराबाद शहर, दारा कविता ने नागरिकों से साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए धोखाधड़ी एक्टिविटियों की रिपोर्ट करने में सतर्क और सक्रिय रहने की अपील की है.