हैदराबाद में 'राम के नाम' फिल्म चलाना तीन लोगों को भारी पड़ गया. पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि एक रेस्त्रां में फिल्म की स्क्रीनिंग की जा रही थी और तभी शिकायतकर्ता वहां पहुंचे. उन्होंने देखा कि फिल्म चल रही थी और लोग इस मुद्दे पर आपस में तीखी बहस और बातचीत कर रहे थे. आरोप है कि फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान हिंदू धर्म के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की गई.
हैदराबाद पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर वी सैदुल के मुताबिक, शिकायत 20 जनवरी को पी रुथविक नाम के शख्स ने की थी. आरोप है कि नेरेडमेट में डिफेंस कॉलोनी में मार्ले के जॉइंट बिस्ट्रो में फिल्म "राम के नाम" की स्क्रीनिंग की गई थी. इसकी वजह से वहां बैठे लोगों में बहस हुई और विश्व हिंदू परिषद और हिंदू धर्म को लेकर अपमाजनक टिप्पणी की गई. इस मामले में आईपीसी की धारा 290 और 295-ए के तहत कार्रवाई की मांग की गई है.
धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप
शिकायतकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने देखा कि कॉलोनी में "राम के नाम" नामक एक फिल्म की स्क्रीनिंग की जा रही थी. उन्होंने दावा किया स्क्रीनिंग के दौरान सभी काम हिंदू धर्म के खिलाफ थे और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे थे. शिकायत के मुताबिक, कार्यक्रम "हैदराबाद सिनेफाइल्स" द्वारा आयोजित किया गया था. शिकायत इसके आयोजक में आनंद, पीयूष, पराग, श्रीजा और अन्य शामिल थे.
'सांप्रदायिक मुद्दे पैदा करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन'
आरोप लगाया गया है कि उन्होंने जानबूझकर राम मंदिर कार्यक्रम से पहले सांप्रदायिक मुद्दे पैदा करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया था. मार्ले जॉइंट के मालिकों, सौमिथ रेड्डी और सृजन ने इस कार्यक्रम के लिए सहयोग किया था. इसलिए, शिकायतकर्ता ने उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया. इसलिए आयोजकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 290 और 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस आगे की जांच कर रही है.