scorecardresearch
 

'सीएम को किसी ने छुआ तो हाथ काट दूंगा...', इस नेता ने दी खुलेआम धमकी

डीएमके नेता टी. आर. बालू ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन को छूने वाले के हाथ काट देंगे. कहा कि अगर उनकी पार्टी के नेता को किसी ने गाली देने की कोशिश की या हाथ उठाया तो हाथ काट दिया जाएगा. ऐसा करना ही न्याय है. 

Advertisement
X
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन

पूर्व केंद्रीय जहाजरानी मंत्री एवं डीएमके (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम) नेता टी. आर. बालू ने शनिवार को विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन को छूने वाले के हाथ काट देंगे. बालू ने कहा कि यह उनका धर्म है.

Advertisement

यह सही नहीं है तो आप कोर्ट जा सकते हैं

टी आर बालू ने कहा, "मैं अपने नेता स्टालिन या वीरमणि को छूने वाले शख्स के हाथ काटने से हिचकूंगा नहीं. यह मेरा धर्म है. अगर आपको लगता है कि यह सही नहीं है तो आप कोर्ट जा सकते हैं. लेकिन तब तक मैं काम कर चुका हूंगा."

ऐसा करना ही न्याय है- टी. आर. बालू

उन्होंने कहा कि वो बहुत सख्त हैं. जब कुछ गलत होता है तो बहुत गुस्सा आता है. जब गलत चीजें होती हैं तो वो बेकार नहीं बैठ सकते. अगर कोई डीके प्रमुख वीरामणि को गाली देगा तो चुप नहीं बैठ सकता. कहा कि अगर उनकी पार्टी के नेता को किसी ने गाली देने की कोशिश की या वीरामणि के खिलाफ हाथ उठाया तो हाथ काट दिया जाएगा. ऐसा करना ही न्याय है. 

Advertisement

डीएमके के नेताओं द्वारा धमकी देने का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले डीएमके नेता शिवाजी कृष्णमूर्ति ने तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ विवादित बयान दिया था. इस संबंध में राज्यपाल आरएन रवि के उप सचिव की ओर से दी गई शिकायत में कहा गया था कि शिवाजी कृष्णमूर्ति का एक वीडियो सामने आया है, इसमें तमिलनाडु के राज्यपाल के खिलाफ अपमानजनक, मानहानि, अपमानजनक भाषा और धमकी का उपयोग किया गया.

इतना ही नहीं ये इस घटना का वीडियो कई सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया है और वायरल हो रहा है. इसमें कहा गया है कि अपमानजनक और धमकी भरा भाषण धारा 124 के तहत है. शिकायत में मांग की गई थी कि शिवाजी कृष्णमूर्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए.

गौरतलब है कि एक बैठक में शिवाजी कृष्णमूर्ति राज्यपाल आरएन रवि के खिलाफ बेहद अपमानजनक टिप्पणी करते नजर आए थे. डीएमके नेता डॉ. शिवाजी कृष्णमूर्ति ने कहा था कि अगर उन्होंने ठीक से भाषण पढ़ा होता, तो मैं उनके चरणों में फूल रखकर हाथ जोड़कर उनका धन्यवाद करता. लेकिन वह विधानसभा भाषण में अंबेडकर का नाम लेने से इनकार करते हैं तो क्या मुझे उन पर हमला करने का अधिकार नहीं है? कृष्णमूर्ति ने कहा- यदि आप (राज्यपाल) तमिलनाडु सरकार द्वारा दिए गए अभिभाषण को नहीं पढ़ते हैं तो कश्मीर चले जाएं. हम आपको गोली मारने के लिए एक आतंकवादी भेजेंगे.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement