मेक इन इंडिया' (Make in India) को गति देने के लिए, भारतीय वायु सेना (India Air Force) भारत में करीब 100 एडवांस फाइटर जेट (Fighter jets) बनाने की योजना बना रही है. इस योजना के लिए एयर फोर्स ने ग्लोबल विमान निर्माताओं के साथ बातचीत भी शुरू कर दी है.
सेना के उच्च सरकारी सूत्रों ने आजतक को जानकारी दी कि ऐसा पहली बार होगा कि प्रोजेक्ट का करीब 70 प्रतिशत पेमेंट भारतीय मुद्रा में ही किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, इस योजना के तहत भारत में 96 विमान बनाए जाएंगे, इसमें 36 का पेमेंट भारतीय और विदेशी मुद्रा में किया जाएगा. जबकि, 60 विमानों का पेमेंट केवल भारतीय मुद्रा में ही किया जाएगा.
114 विमान खरीदने की भी योजना
IAF, 114 विमानों को खरीदने की भी योजना बना रहा है, इससे सेना की लड़ाकू क्षमता तो बढ़ेगी ही, साथ ही मिग सीरीज़ के विमानों को बदला भी जाएगा. प्रोजेक्ट के शुरुआती 18 विमान विदेशी वेंडर से लिए जाएंगे. एक कॉम्पिटिशन के तहत, इन विमानों का ट्रायल किया जाएगा, उसेक बाद ही इन्हें चुना जाएगा. इस प्रोजेक्ट की दौड़ में बोइंग (Boeing), लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin), एमआईजी (MIG), डसॉल्ट (Dassault) और साब (Saab) जैसी कंपनियां हैं. इस प्रॉजेक्ट के तीन साल में पूरा होने की उम्मीद है.
IAF ने पहली बार 2007 में विदेशी ओईएम (OEM) से 126 नए लड़ाकू जेट खरीदने के लिए मीडियम मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (MMRCA) टेंडर जारी किया था. टेंडर में आईं कुछ समस्याओं के चलते, एमएमआरसीए प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया गया था. हालांकि सरकार ने इसके बजाय 36 राफेल जेट लेने का फैसला किया था.