अमेरिका और उसके व्यापारिक साझेदारों के बीच छिड़े ट्रेड वॉर का असर दुनियाभर के बाजारों पर साफ दिख रहा है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. केंद्र सरकार ने भारतीय शेयर बाजार में आ रहे उतार-चढ़ाव पर नजर रखने के लिए निगरानी बढ़ा दी है. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) खुद इस स्थिति पर नजर रख रहा है.
सरकार ने पब्लिक सेक्टर की कंपनियों को दिया निर्देश
सरकारी सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार ने पब्लिक सेक्टर की कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे अपने 'टैक्स कटने के बाद के मुनाफे' (Profit After Tax) का कम से कम 30 प्रतिशत या अपनी कुल संपत्ति (Net Worth) का 4 प्रतिशत, जो भी अधिक हो, अपने शेयरधारकों को दें.
यह कदम बाजार में स्थिरता बनाए रखने और निवेशकों को भरोसा देने के उद्देश्य से उठाया गया है. सरकार का कहना है कि वह अमेरिकी ट्रेड वॉर के असर से भारतीय अर्थव्यवस्था को सुरक्षित रखने के लिए कदम उठा रही है और रणनीति पर काम कर रही है.
खुलते ही क्रैश हो गया भारतीय बाजार
डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ और अमेरिका के बाजार में तबाही के बाद भारतीय शेयर बाजार भी अब उसी चपेट में आ चुका है. सोमवार को भारतीय बाजार खुलते ही क्रैश हो गया. सेंसेक्स 3000 अंक से ज्यादा और निफ्टी 1000 अंक से ज्यादा टूट गए. आलम, 20 लाख करोड़ रुपये की वैल्यूवेशन पलक झपकते ही साफ हो गए.