scorecardresearch
 

शारदा चिट फंड मामला: कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर की हिरासत के लिए CBI पहुंची सुप्रीम कोर्ट

सीबीआई की दलील है कि चूंकि शारदा चिटफंड घोटाले से संबंधित कई सबूत, सीडी और अन्य दस्तावेज राजीव कुमार के पास थे वो उसमें गड़बड़ कर सकते हैं और गवाहों पर दबाव डाल सकते हैं. लिहाजा उनको हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है ताकि इस पेचीदा मामले की तह तक पहुंचा जा सके.

Advertisement
X
भारतीय उच्चतम न्यायालय (फाइल फोटो)
भारतीय उच्चतम न्यायालय (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शारदा चिट फंड मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंची सीबीआई
  • कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर हैं राजीव कुमार
  • कोलकाता हाईकोर्ट से मिली हुई है जमानत

शारदा चिटफंड घोटाला मामले में सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार की गिरफ्तारी और हिरासत में लेकर पूछताछ की मांग की है. राजीव अभी तो ज़मानत पर हैं. लेकिन सीबीआई की दलील है कि चूंकि शारदा चिटफंड घोटाले से संबन्धित कई सबूत, सीडी और अन्य दस्तावेज राजीव कुमार के पास थे वो उसमें गड़बड़ कर सकते हैं और गवाहों पर दबाव डाल सकते हैं. लिहाजा उनको हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है ताकि इस पेचीदा मामले की तह तक पहुंचा जा सके.

Advertisement

सीबीआई का कहना है कि राजीव कुमार जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. कोलकाता हाई कोर्ट ने पिछले साल 1 अक्टूबर को राजीव कुमार को जमानत दी थी. इसलिए हाईकोर्ट से राजीव कुमार को अग्रिम जमानत मिलने के 14 महीने बाद सीबीआई ने अर्जी दाखिल कर जमानत रद्द करने और हिरासत में लेकर पूछताछ की इजाजत मांगी है.

शनिवार शाम को सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में सीबीआई ने कहा कि हाई कोर्ट ने जमानत देते हुए यह साफ किया था कि राजीव कुमार जांच में सहयोग करेंगे. वह जांच के संबंध में सबूतों के गायब होने के बारे में जानते हैं इसलिए उनकी गिरफ्तारी और कस्टडी में लेकर पूछताछ जरूरी है. आपको बता दें कि इस मामले में राजीव कुमार को सुप्रीम कोर्ट नोटिस भेज चुका है.

 

Advertisement
Advertisement