इंडिया गठबंधन में घमासान के बीच तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने सीट शेयरिंग पर अपनी बात रखी है. उन्होंने बताया कि पटना में हुई पहली मीटिंग के बाद से ही टीएमसी यह स्पष्ट करने की मांग कर रही थी कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा. क्या कांग्रेस के कोई नेता यह कह सकते हैं कि पिछले छह महीने से वे टीएमसी से बात करना चाहते थे और हमने इनकार कर दिया? वे अब कह रहे हैं कि गठबंधन को टीएमसी की जरूरत है.
अभिषेक बनर्जी ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि आखिर राज्य कांग्रेस बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग कैसे कर सकता है? प्रदेश कांग्रेस तो बंगाल में ईडी की कार्रवाई को सही बता रहा था लेकिन दिल्ली की कार्रवाई को नहीं. उन्होंने अधीर रंजन चौधरी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह ममता बनर्जी को कैसे सामने चुनाव लड़ने की चुनौती दे सकते हैं. उन्होंने चौधरी को एक ट्रोजन घोड़ा बताया और कहा कि हमने उनपर कोई हमला नहीं किया है.
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अधीर रंजन चौधरी पर बरसे अभिषेक बनर्जी
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पिछले सात महीने का रिकॉर्ड देखें कि अधीर ने क्या-क्या कहा है. वह ममता बनर्जी को चुनौती देते हैं, जिसे कांग्रेस अपना सबसे अहम सहयोगी बता रही है. वह बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग करते हैं. उन्होंने पूछा कि आखिर आप यह सब बोलकर किसकी मदद कर रहे हैं. आप कांग्रेस का हाथ मजबूत कर रहे हैं या भाजपा का. बीजेपी की बी टीम और ट्रोजन हॉर्स कौन है, यह लोगों को तय करने दीजिए.
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी की नोंकझोंक
अभिषेक बनर्जी ने पार्टी की तरफ से एक बार फिर सीट शेयिरंग पर बात करने की मांग की. उन्होंने कहा, 'हमने 31 जनवरी तक कहा था सीट शेयरिंग का मुद्दा निपटा लें लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इसमें देरी हो गई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के न्याय यात्रा के साथ पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने से पहले ही ममता बनर्जी ने गठबंधन से किनारा कर लिया था. उनकी पार्टी की तरफ से कांग्रेस पार्टी को सीट देने के मामले पर भी फैसला कर लिया गया था. पार्टी का तमाम सीटों पर चुनाव लड़ने का प्लान है, जिससे कांग्रेस पार्टी ने इनकार किया.
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बीते कुछ महीनों से अधीर रंजन चौधरी और टीएमसी के नेताओं के बीच एक गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद नोंकझोंक चल रही थी. हाल ही में कांग्रेस नेता चौधरी ने टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन को विदेशी बता दिया था. हालांकि, बाद में उन्होंने इसके लिए माफी मांग ली. राहुल गांधी फिलहाल बिहार में हैं और वह दोबारा पश्चिम बंगाल जाएंगे लेकिन ममता बनर्जी ने यात्रा में शामिल होने को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है.
नीतीश कुमार के पाला बदलने पर क्या बोले अभिषेक?
अभिषेक बनर्जी ने बिहार के राजनीतिक संकट और नीतीश कुमार के पाला बदलने पर भी बात की. उन्होंने कहा, "वह (नीतीश कुमार) मुझसे काफी वरिष्ठ हैं, अगर वह भाजपा के साथ जाने का फैसला करते हैं तो मैं क्या कह सकता हूं. मैं उनके बारे में बुरा नहीं बोलना चाहता. वह छह महीने में पाला बदल लेते हैं. हम इसे बिहार के लोगों की बुद्धिमत्ता पर छोड़ते हैं. यह उनका फैसला है. मैं नीतीश कुमार को पढ़ाने का अधिकारी नहीं हूं."