scorecardresearch
 

MRSAM: भारत और इजरायल ने बनाया मिसाइल डिफेंस सिस्टम, जानिए खासियत

ये मीडियम रेंज मिसाइल (MRSAM-Medium Range Surface-to-Air Missile) डिफेंस सिस्टम दोनों देशों की युद्धक क्षमताओं में इजाफा करेगा. ये परीक्षण पिछले हफ्ते किया गया है, इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) की तरफ से इस बारे में जानकारी साझा की गई.

Advertisement
X
परीक्षण के दौरान की एक तस्वीर
परीक्षण के दौरान की एक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत और इजरायल ने मिलकर तैयार किया है MRSAM मिसाइल डिफेंट सिस्टम
  • दुश्मन के एयरक्राफ्ट को 70 किलोमीटर दूर ही कर देगा ढेर
  • जमीन से आसमान तक निशाना लगाने वाला मिसाइल सिस्टम है MRSAM

रक्षा क्षेत्र में भारत के नाम एक और कामयाबी जुड़ गई है. भारत ने इजरायल के साथ मिलकर मीडियम रेंज वाले एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण किया है. ये मीडियम रेंज मिसाइल (MRSAM-Medium Range Surface-to-Air Missile) डिफेंस सिस्टम दोनों देशों की युद्धक क्षमताओं में इजाफा करेगा. ये परीक्षण पिछले हफ्ते किया गया है, मंगलवार को इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) की तरफ से इस बारे में जानकारी साझा की गई.

Advertisement

दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध काफी मजबूत रहे हैं, ऐसे में रक्षा के क्षेत्र में भारत और इजरायल की ये नई उपलब्धि दोनों ही देशों को मजबूती प्रदान करेगी और दुश्मन के हवाई हमले से सुरक्षा भी मिलेगी. ये मिसाइल सिस्टम कई मायनों में खास है. 

MRSAM की खासियत

-MRSAM को इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) और भारत के  रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी DRDO ने संयुक्त रूप से तैयार किया है. दोनों संस्थानों के साथ कुछ अन्य रक्षा कंपनियां भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा रही हैं. 

-MRSAM एक एडवांस एयर एंड मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. यह जमीन से आसमान तक वार करने वाला एक मीडियम रेंज मिसाइल है. रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि 50-70 किलोमीटर की रेंज में इस मिसाइल से दुश्मन के एयरक्राफ्ट को मार गिराया जा सकता है.

Advertisement

- भारतीय सेना के तीनों प्रमुख अंग यानी थलसेना, वायुसेना और नौसेना में इस एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया जाना है. इजरायल की डिफेंस फोर्स भी इसका उपयोग करेंगी. 

- ये सिस्टम बेहद आधुनिक है. इसमें उन्नत किस्म की आरे-रडार का प्रयोग किया गया है, साथ ही इसके अंदर कमांड-कंट्रोल, मोबाइल लॉन्चर्स और एडवांस इंटरसेप्टर्स भी लगाए गए हैं. IAI की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में भी इसकी जानकारी दी गई है. IAI ने बताया है कि टेस्ट के दौरान जमीन से मोबाइल लॉन्चर के जरिए मिसाइल छोड़ा गया था जिसने एकदम सटीक निशाने पर अपने टारगेट को हिट किया.

इजरायल की सेना को गर्व

MRSAM के परीक्षण के दौरान इजरायल के रक्षा विशेषज्ञ और भारतीय साइंटिस्ट भी मौजूद रहे और वो इसके गवाह बने. इजरायल की सेना MRSAM के सफल परीक्षण से काफी गौरवान्वित है और इस प्रोजेक्ट को भारत के साथ रिश्तों को और मजबूती देने की दिशा में अहम मान रही है. 

IAI के अध्यक्ष और सीईओ बोज़ लेवी ने कहा है कि MRSAM एक अत्याधुनिक सिस्टम है जिसने एक बार फिर अपनी क्षमताओं को साबित किया है. लेवी ने कहा कि एयर डिफेंस सिस्टम में यूं तो हर ऑपरेशन काफी चुनौतियां वाला होता है लेकिन कोविड-19 के दौरान में ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. लेवी ने ये भी कहा कि यह परीक्षण भारत और इजरायल के मजबूत रिश्तों का एक और सबूत है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय फोर्स और डीआरडीओ के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को लीड करना IAI के लिए बेहद गर्व की बात है.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement