भारत-बांग्लादेश के इंटरनेशनल बॉर्डर पर भारतीय और बांग्लादेशी किसानों के बीच एक मामूली कहासुनी के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई. ये घटना उस समय हुई जब कुछ भारतीय किसान, सामान्य दिनों की तरह इंटरनेशनल बॉर्डर के पास अपने खेतों में काम करने के लिए गए हुए थे. ये घटना शनिवार की सुबह लगभग 11:45 बजे हुई.
इसी दौरान भारतीय किसानों ने सीमा पार खेतों में काम कर रहे बांग्लादेशी किसानों पर फसल चोरी का आरोप लगाया. इस वजह से दोनों देशो के किसानों के बीच बहस शुरू हो गई. घटना ने तूल तब पकड़ा जब दोनों पक्षों के किसान बड़ी संख्या में एकत्र होने लगे और पत्थरबाजी करने लगे.
घटना की सूचना मिलते ही BSF और बीजीबी के जवानों ने मौके पर पहुंचकर अपने-अपने देश के किसानों को तितर-बितर करते हुए स्थिति को नियंत्रण में किया और उनको वापस लौटा दिया. ये हुड़दंग कुछ समय तक चला. गनीमत रही कि इस घटना में किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है.
बीएसएफ ने भारतीय किसानों को सीमा पर इस तरीके के विवादों से दूर रहने की सलाह दी और भविष्य में सीमा पर खेती से संबंधित कोई भी समस्या होने पर बीएसएफ को सूचित करने के लिए कहा. बीजीबी ने भी स्थिति को नियंत्रित करने में सकारात्मक भूमिका निभाई और अपने क्षेत्र में जरूरी कार्यवाही कर स्थिति को बिगड़ने से रोक दिया. इस संबंध में बीएसएफ और बीजीबी यूनिट के कमांडेंट भी समन्वय स्थापित करने प्रयास कर रहे हैं.
भारतीय किसानों को पूरी तरह वापस कर लिया गया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50-75 मीटर बांग्लादेश के भीतर कुछे बांग्लादेशी नागरिकों की उपस्थिति काफी देर तक रही, जिन्हें बीजीबी ने हटा दिया. फिलहाल सीमा पर स्थिति सामान्य और नियंत्रण में है.
बता दें कि भारत और बांग्लादेश के बीच लगभग 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा है, जो कि पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम से सटी हुई है. यह सीमा दुनिया की सबसे लंबी और सबसे जटिल अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में से एक है. दोनों देशों के बीच सीमा विवाद ऐतिहासिक, राजनीतिक और भौगोलिक कारकों से प्रभावित हैं.