विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज मीडिया के सामने भारत और बांग्लादेश के बीच उभरते विवाद पर खुलकर बातचीत की. प्रवक्ता ने बताया कि बांग्लादेश के कार्यवाहक उच्चायुक्त मोहम्मद नूरल इस्लाम को शाम 5:00 बजे साउथ ब्लॉक में समन किया गया था. भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि शेख हसीना का बयान उनका निजी बयान है, और उसे भारत से जोड़ना ठीक नहीं है.
इस मीटिंग का मुख्य उद्देश्य भारत-बांग्लादेश संबंधों में आ रही समस्याओं पर चर्चा करना और आपसी सहयोग की प्रतिबद्धता को दोबारा स्थापित करना था. भारत ने हाल के कुछ बयानों पर आपत्ति जताई, जिनमें बांग्लादेशी अधिकारियों ने आंतरिक समस्याओं के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है. भारत इस बात की गहरी चिंता जताई कि ये बयान न केवल गलतफहमी फैलाने वाले हैं बल्कि द्विपक्षीय संबंधों में नकारात्मकता भी बढ़ावा दे सकते हैं.
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गलतफहमियों से बचना जरूरी- जायसवाल
रणधीर जायसवाल ने पूर्व बांग्लादेश प्रधानमंत्री शेख हसीना के विवादास्पद बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह के बयान व्यक्तिगत स्तर पर दिए गए हैं और इन्हें भारत सरकार की आधिकारिक स्थिति से जोड़ना उचित नहीं होगा. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए गलतफहमियों से बचा जाना आवश्यक है.
बांग्लादेश से भारत की ये अपील
भारत ने इस मौके पर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि वह बांग्लादेश के साथ मजबूत और पारस्परिक लाभकारी संबंध बनाना चाहता है, लेकिन साथ ही यह उम्मीद करता है कि बांग्लादेश भी ऐसा ही करे. भारत ने कहा कि दोनों देशों को माहौल को दूषित होने से बचाने के लिए समान कोशिश करने की जरूरत है. विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं, अगर सही ढंग से न संभाली गईं, तो भारत और बांग्लादेश के बीच ऐतिहासिक रूप से गहरे संबंधों को नुकसान पहुंचा सकती हैं.