पिछले साल जून में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद चीन ने पहली बार माना है कि झड़प में उसके सैनिक भी मारे गए थे. अब चीन की ओर से एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें कहा जा रहा है कि भारतीय सैनिकों की ओर से चीनी क्षेत्र में घुसने की कोशिश की गई.
चीनी सरकारी मीडिया की ओर से एक वीडियो जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि गलवान घाटी में हुई झड़प का ऑन-साइट वीडियो है. यह दिखाता है कि किस तरह से भारतीय सैनिकों ने धीरे-धीरे चीन के क्षेत्र में घुसने की कोशिश की.
On-site video of last June’s #GalwanValley skirmish released.
It shows how did #India’s border troops gradually trespass into Chinese side. #ChinaIndiaFaceoff pic.twitter.com/3o1eHwrIB2
— Shen Shiwei沈诗伟 (@shen_shiwei) February 19, 2021
इससे पहले चीन ने पिछले साल जून में हुई खूनी झड़प के दौरान मारे गए चार सैनिकों की जानकारी साझा की है. इस खूनी झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे.
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग ने काराकोरम पर्वत पर तैनात रहे 5 चीनी सैनिकों के बलिदान को याद किया.
4 सैनिकों के झड़प में मारे जाने का दावा
केंद्रीय सैन्य आयोग ने जिन सैनिकों को याद किया वो हैं, पीएलए शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजीमेंटल कमांडर क्यूई फबाओ, चेन होंगुन, जियानगॉन्ग, जिओ सियुआन और वांग ज़ुओरन. इसमें 4 की मौत गलवान के हिंसक झड़प में हो गई थी, जबकि एक की मौत रेस्क्यू के वक्त नदी में बहने से हुई.
हालांकि, चीन की ओर से गलवान घाटी में मारे गए पीएलए सैनिकों की संख्या को काफी कम बताया जा रहा है. बीते दिनों नॉर्दन कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने जानकारी दी थी कि गलवान घाटी की झड़प के बाद 50 चीनी सैनिकों को वाहनों के जरिए ले जाया गया. इस झड़प में चीनी सेना के काफी लोग मारे गए थे.
इस बीच दोनों देशों के अलावा तीसरी पार्टी ने बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने का दावा किया था. चीन के दोस्त और सहयोगी रूस की सरकारी समाचार एजेंसी TASS द्वारा प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इस झड़प में चीन के 45 लोग मारे गए थे. एक आंकड़ा जो पहले कहीं प्रकाशित नहीं था.
नॉर्दन कमांड के चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी का दावा था कि चीनी सैनिक 50 से ज्यादा जवानों को वाहनों में ले जा रहे थे. लेकिन वे घायल थे या मरे यह कह पाना मुश्किल है. जोशी ने यह भी कहा था कि रूसी एजेंसी TASS ने 45 चीनी जवानों के मारे जाने की बात कही है और हमारा अनुमान भी इसी के आसपास है.
पिछले साल जून में पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इस हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. इस घटना में चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे लेकिन तब चीन ने इसे लेकर कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया था.
इस बीच, भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया जारी है. कल गुरुवार को दोनों देशों के बीच इस प्रक्रिया का चौथा स्टेप भी शुरू हो गया. समझौता होने के बाद दोनों ही देश तेजी से अपने सैनिकों, हथियारों और टैंकों को वापस बुला रहे हैं. डिसएंगेजमेंट के इस स्टेप में रेजांग ला और रेचिन ला से सेनाओं को पीछे हटना है.
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