सीमा पर जारी तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारत और चीन के सैनिकों में गोलीबारी की घटना हुई है. सरकार से जुड़े शीर्ष सूत्रों का कहना है कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
एलएसी के पास दोनों देशों के सैनिकों के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है और दोनों ओर से सैन्य तथा कूटनीतिक स्तर पर स्थिति को सामान्य करने की कोशिश की जा रही है. खास बात यह है कि 1975 के बाद सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच इस तरह से पहली बार फायरिंग हुई है.
सूत्रों का कहना है कि चीन की ओर से भारतीय क्षेत्र में फायरिंग की गई जिसके बाद भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गई. दोनों पक्षों की ओर से फायरिंग हुई. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया गया है.
चीनी रक्षा मंत्रालय, चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के वेस्टर्न थियेटर कमान के प्रवक्ता कर्नल झांग शुइली की ओर से देर रात दिए गए बयान में कहा गया कि भारतीय सैनिकों की ओर से कथित "उकसावे" की कार्रवाई की गई जिससे चीनी सैनिकों की ओर से जवाबी कार्रवाई (countermeasures) की गई. हालांकि भारत की ओर से अभी इस फायरिंग को लेकर कोई बयान नहीं आया है.
दो चोटियों पर फिर से कब्जा चाहता है चीन
पीएलए वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता कर्नल झांग शुइली ने यह भी खुलासा किया कि भारतीय सेना ने अवैध रूप से सोमवार को पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे के पास शेनपाओ पहाड़ में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास को पार किया.
भारतीय सेना के सूत्रों ने पुष्टि की कि "वार्निंग शॉट्स" फायर किए गए थे. सीमा परतैनात सैनिक तब से हाई अलर्ट पर हैं, जब से उन्होंने काला टॉप और हेल्मेट टॉप को अपने नियंत्रण में लिया है और चीनी सैनिक इन दोनों चोटियों पर नियंत्रण हासिल करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं.
पीएलए वेस्टर्न थियेटर कमांड के प्रवक्ता कर्नल झांग शुइली ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान, भारतीय सेना ने चीनी बॉर्डर गार्ड्स के पेट्रोलिंग कर्मियों को फायर की धमकी दी, जिससे चीनी बॉर्डर गार्ड्स को स्थिति को स्थिर करने के लिए जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर सैन्य उकसाने वाला मामला है और बहुत बुरा नेचर है. हम भारतीय पक्ष से अनुरोध करते हैं कि वे खतरनाक कार्रवाइयों को तुरंत रोकें, क्रॉस-लाइन कर्मियों को तुरंत वापस लें, फ्रंट-लाइन सैनिकों को सख्ती से रोकें, और उन कर्मियों को सख्ती से जांच और दंडित करें जिन्होंने फायरिंग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं फिर से न हो.
सरकारी सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गोलीबारी की घटना पूर्वी लद्दाख सेक्टर में LAC के सटे हुई. हालांकि सूत्रों ने दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है.
एलएसी के पास फिर से तनावपूर्ण स्थिति उस समय बनी है जब विदेश मंत्री एस जयशंकर को एससीओ की बैठक में शामिल होने के लिए मॉस्को का दौरा करने वाले हैं और वहां पर अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
विदेश मंत्री जयशंकर ने सोमवार को एक बातचीत के दौरान कहा था कि चीनी समकक्ष वांग यी के साथ होने वाली अपनी बैठक के बारे में वह बाद में बताएंगे. उन्होंने कहा कि सीमा की स्थिति को देश के रिश्तों के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है. हमारे पास सीमा प्रबंधन पर बहुत सी समझ है जो 1993 में वापस बनी हुई है. शांति रिश्ते के लिए आधार है.
सोमवार से चीनी सैन्य अभ्यास
इस बीच लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारतीय सैनिकों के साथ तनावपूर्ण माहौल के बीच चीन ने जियांग्सु और हेबई प्रांत से सटे समुद्री इलाकों में सोमवार से सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया. पिछले दिनों पैंगोंग झील के दक्षिणी इलाके में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच टकराव हुआ था.
भारतीय जवानों की तैनाती और जवाबी कार्रवाई से चीन की सेना परेशान है. तनावपूर्ण माहौल के बीच दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है.