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हिंद महासागर में चीनी नौसेना पर कैसे रख रहा भारत नजर, नेवी चीफ ने बताया

भारतीय नौसेना प्रमुख आर हरीकुमार ने ये भी बताया कि इंटेलिजेंस की जो रिपोर्ट है चीन की सबमरीन लगातार जल सीमा में एंटी पायरेसी ऑपरेशन चलाते रहते हैं. चीन लगातार जलसीमा में दखल बढ़ा रहा हे, इस बात पर भारतीय नौसेना नजर रख रही है.

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R Hari Kumar (PTI)
R Hari Kumar (PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चीन की नौसेना के दखल पर बोले नेवी चीफ
  • कहा- चीन की हरकत पर रख रहे हैं नजर

Indian Navy vs Chinese Navy: भारतीय-चीन में पूर्वी लद्दाख में पिछले 18 महीनों से बॉर्डर पर तनाव की स्थिति बनी हुई है. इस पूरी स्थिति पर भारतीय नौसेना भी नजर रख रही है. भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमरिल आर हरी कुमार (Navy Chief Admiral R Hari Kumar ) ने बताया कि भारत की उत्‍तरी सीमा में मौजूद जो भी बॉर्डर हैं, वहां की सुरक्षा पर नजर बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है. आर हरिकुमार हाल ही में नौसेना प्रमुख बने हैं. 

नौसेना प्रमुख एडमरिल आर हरी कुमार ने बताया, 'जब चीन के साथ तनाव की स्थिति नजर आ रहा थी, तब भारतीय पोत फॉरवर्ड  पोजीशन पर तैनात किए गए थे. इस दौरान चीन के जहाजों पर लगातार नजर रखी जा रही थी. ऐसा अभी भी हो रहा है.' नौसेना प्रमुख एडमरिल हरी कुमार ने शुक्रवार को ये बातें कहीं. वह बोले, चीन की मौजूदगी हिंद महासागर क्षेत्र में 2007 से तैनात हैं. औसतन चीन के 7 जहाज हिंद महासागर क्षेत्र में हमेशा तैनात रहते हैं, वहीं उनकी सबमरीन हमेशा आती रहती हैं.'

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उन्‍होंने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में पिछले 4 से पांच सालों में लगातार जहाज देखे गए हैं. औसतन हर साल चीन के 300 मछुआरे जहाज भारतीय सीमा में दाखिल होते हैं, वहीं पिछले एक साल में ये संख्‍या और बढ़ गई है. ये संख्‍या पिछले साल 450 दर्ज की गई. ऐसे में चीन की लगातार बढ़ रही मौजूदगी भारत के लिए चिंता का सबब है.  

आर हरी कुमार ने ये भी बताया कि इंटेलीलेंस की जो रिपोर्ट है, उसके अनुसार-चीन के सबमरीन लगातार जल सीमा में एंटी पायरेसी ऑपरेशन चलाते रहते हैं. चीन लगातार जलसीमा में दखल बढ़ा रहा हे, इस बात पर भारतीय नौसेना नजर रख रही है. 
  
चीन और भारत में लद्दाख में पिछले साल मई से लगातार तनाव बना हुआ है, दोनों ही पक्षों में 13 राउंड की बातचीत हो चुकी है. दोनों पक्ष तनाव के जगह से पीछे भी हटे नहीं है. लेकिन दोनों ओर से सेना की लगाातर सेना की संख्‍या लगातार बढ़ाई जा रही है. ऐसे में दोनों ओर से  सेना हटती हुई फिलहाल तो नहीं दिख रही है.

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