कोरोना के समय भारत द्वारा वैक्सीन के इजाद के बाद देश के अलावा दुनिया के कई देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराने की प्रशंसा की गई. जी20 में शामिल कई देशों ने भारत के इस कदम की सराहना की. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को एक विशेष 'इंडिया-यूएन फॉर ग्लोबल साउथ: डिलीवरिंग फॉर डेवलपमेंट' साइड इवेंट में ग्लोबल साउथ के कई नेताओं की मेजबानी की. जहां उन्होंने विकासशील देशों के हितों और चिंताओं की वकालत करने वाले मजबूत नेता होने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की सराहना की.
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र के इतर आयोजित कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र के गणमान्य व्यक्तियों के साथ-साथ एशिया, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, कैरेबियाई और छोटे द्वीप राज्यों के विदेश मंत्रियों ने भाग लिया. जिन्होंने भारत को इसकी सफल अध्यक्षता के लिए बधाई दी. जी20 और महत्वपूर्ण नेताओं का शिखर सम्मेलन इस महीने की शुरुआत में दिल्ली में आयोजित हुआ, जिसका समापन एक ऐतिहासिक संयुक्त घोषणा को सर्वसम्मति से अपनाने के साथ हुआ.
भूटान के विदेश मामलों के मंत्री डॉ टांडी दोरजी ने कहा, कई मायनों में, भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर विकासशील देशों के हितों और चिंताओं की वकालत करने वाले ग्लोबल साउथ के एक नेता के रूप में खड़ा है. जी20 प्रेसीडेंसी के अपने नेतृत्व के माध्यम से भारत ने चिंताओं और हितों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह राष्ट्रों के बीच एकजुटता और सहयोग की भावना का प्रतीक है.
उन्होंने कहा कि भारत द्वारा जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी और वैश्विक दक्षिण के कल्याण के प्रति उसका समर्पण अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में उसके नेतृत्व का प्रमाण है. भूटान के मंत्री ने जी20 में अफ्रीकी संघ के प्रवेश की भी सराहना की और इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को श्रेय दिया.
दोरजी ने कहा कि निस्संदेह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल करने की वकालत करने के लिए मान्यता के पात्र हैं. शिखर सम्मेलन से तीन महीने पहले किए गए एक प्रस्ताव ने इस ऐतिहासिक निर्णय की नींव रखी.
डोमिनिका के विदेश, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, व्यापार और ऊर्जा मंत्री डॉ. विंस हेंडरसन ने कहा कि भारत ने जी20 के अपने नेतृत्व का उपयोग समावेशी होने और अपने जैसे विकासशील देशों को आवाज देने के लिए किया.
हेंडरसन ने कहा कि छोटे द्वीप वाले विकासशील देशों के लिए, यह तथ्य कि एक विकासशील देश के रूप में भारत, हमारी ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, इसके लिए हम सदैव आभारी हैं.
उन्होंने इस तथ्य की सराहना की कि भारत अपनी चुनौतियों के बावजूद दूसरों के साथ साझा करने में सक्षम है, जिसमें लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालना भी शामिल है.