भारत और इजरायल के कूटनीतिक रिश्तों के आज 30 साल पूरे हो गए हैं. आज ही के दिन 1992 में भारत ने इजरायल को पूर्ण मान्यता देते हुए तेल अवीव में अपनी एंबेसी खोली थी. अब इस खास दिन पर पीएम मोदी की तरफ से एक संदेश जारी किया गया है. उन्होंने इजरायल संग भारत के रिश्तों को महत्वपूर्ण बताया है.
उन्होंने कहा कि इजरायल संग हमारा खास रिश्ता रहा है. यहूदी समाज तो कई सालों बिना किसी भेदभाव के हमारे साथ रह रहा है. भारत के विकास में उनका एक बड़ा योगदान है. पीएम ने इस बात का भी जिक्र किया कि भारत इस साल आजादी के 75 वर्ष मना रहा है तो वहीं इजरायल भी अगले साल ये उपलब्धि हासिल कर लेगा.
अब पीएम मोदी ने अपने साढ़े तीन मिनट के भाषण में इजरायल संग भारत के संबधों पर जरूर विस्तार से बात की है लेकिन पेगासस विवाद पर कुछ नहीं बोला. दरअसल, आज ही न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने एक लेख में ये दावा कर दिया है कि 2017 में भारत ने एक रक्षा सौदे के साथ इजरायल से पेगासस सॉफ्टवेयर भी खरीदा था. कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला था.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह स्पष्ट है कि सरकार ने संसद से झूठ बोला था, यह भी कि लोगों को ठगा गया था और नागरिकों से झूठ बोला गया था. हम सदन में जिम्मेदारी तय करेंगे. कांग्रेस नेता ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट से संज्ञान लेने और दंडात्मक कार्रवाई शुरू करने के लिए कहते हैं. कांग्रेस नेता ने अपने आरोपों में दावा किया कि मोदी सरकार ने राहुल गांधी और उनके स्टाफ सदस्यों की जासूसी करने के लिए पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया.