केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के ट्विटर अकाउंट को कुछ देर के लिए बंद किए जाने के बाद कांग्रेस के नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. कांग्रेस सांसद शाशि थरूर ने कहा है कि उनका अकाउंट भी ट्विटर ने कुछ देर के लिए ब्लॉक कर दिया था, तो वहीं, पी. चिदंबरम के बेटे और सांसद कार्ति चिदंबरम ने तंज कसा है. कार्ति ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को भारत को उठाना चाहिए. साथ ही ट्विटर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को छापेमारी करनी चाहिए. मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के अकाउंट को ट्विटर ने तकरीबन घंटेभर के लिए ब्लॉक कर दिया था. हालांकि, बाद में उसे अनब्लॉक भी कर दिया गया.
कार्ति चिदंबरम ने कसा तंज
कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा, ''इसकी ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी द्वारा जांच की जानी चाहिए. भारत को यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में यह मुद्दा उठाना चाहिए. एक रिटायर्ड सीजेआई के नेतृत्व में कमीशन का गठन होना चाहिए और साथ ही, ईडी को ट्विटर पर छापेमारी करनी चाहिए.'' कार्ति ने अपने इस तंज वाले ट्वीट में रविशंकर प्रसाद के कू अकाउंट के स्क्रीनशॉट्स भी पोस्ट किए हैं. इन स्क्रीनशॉट्स में केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर अकाउंट को कुछ देर के लिए ब्लॉक किए जाने को लेकर जानकारी दी है.
थरूर बोले- ट्विटर इंडिया से मांगेंगे स्पष्टीकरण
वहीं, रविशंकर प्रसाद के ट्वीट करने के बाद शशि थरूर ने कहा, ''रविजी, मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है. साफ है कि डीएमसीए अति सक्रिय हो रहा है. इस ट्वीट को ट्विटर द्वारा हटा दिया गया है, क्योंकि इसके वीडियो में कॉपीराइट बोनीएम सॉन्ग रासपुतिन शामिल है." शशि थरूर, जोकि सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि वह अपने और रविशंकर प्रसाद के अकाउंट्स को कुछ देर के लिए बंद किए जाने को लेकर ट्विटर इंडिया से स्पष्टीकरण मांगेंगे.
थरूर ने ट्वीट कर कहा, ''सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में, मैं कह सकता हूं कि हम ट्विटर इंडिया से रविशंकर प्रसाद और मेरे अकाउंट्स को बंद करने और भारत में संचालन के दौरान उनके द्वारा पालन किए जाने वाले नियमों और प्रक्रियाओं के बारे में स्पष्टीकरण मांगेंगे." कांग्रेस सांसद ने कहा कि मैं इस ऐक्शन के लिए ट्विटर को जिम्मेदार नहीं मानूंगा. हालांकि, मेरा अकाउंट लॉक किया जाना सुखद नहीं था. साफ तौर पर उनके पास डीएमसीए की नोटिस का सम्मान करने के अलावा, कोई और विकल्प नहीं था, फिर चाहे वह रिक्वेस्ट कितनी भी मूर्खतापूर्ण और निरर्थक क्यों न हो.
ट्विटर ने घंटेभर के लिए किया था मंत्री का अकाउंट बंद
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के अकाउंट को अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिया. हालांकि, जब अकाउंट को फिर से खोला गया तो रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर पर निशाना साधा. ट्विटर ने रविशंकर प्रसाद पर यह कार्रवाई अमेरिकी डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट कानून के कथित उल्लंघन को लेकर की थी. प्रसाद ने ट्वीट किया, ''दोस्त! आज कुछ बहुत ही अनोखा हुआ. ट्विटर ने इस कथित आधार पर लगभग एक घंटे तक मेरे अकाउंट को ब्लॉक कर दिया कि अमेरिकी डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन किया गया है और बाद में उन्होंने मुझे अकाउंट को एक्सेस करने की अनुमति दी.''
आईटी मंत्री ने ट्विटर को लिया आड़े हाथों
घंटेभर के लिए एक्सेस रोके जाने से नाराज रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर को आड़े हाथों लिया. उन्होंने लिखा, ''ट्विटर की कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम 2021 के नियम 4(8) का घोर उल्लंघन थी. वे मुझे अपने खुद के अकाउंट को एक्सेस न करने देने से पहले मुझे कोई पूर्व सूचना देने में विफल रहे.'' आईटी मंत्री ने कहा कि ट्विटर के ऐक्शन से संकेत मिलता है कि वह फ्री स्पीच के अगुवा नहीं हैं, जिसका वे दावा करते हैं. वह केवल अपना एजेंडा चलाने में ही रुचि रखते हैं.