भारत ने शुक्रवार को ओडिशा के बालासोर के तट पर 250 किलोमीटर से अधिक की स्ट्राइक रेंज वाली पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. डीआरडीओ द्वारा विकसित यह मिसाइल पहले से ही स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड का हिस्सा है.
आपको बता दें कि पिछले महीने 23 सितंबर की शाम को भी ओडिशा के बालासोर तट पर ही इस मिसाइल का रात्रि परीक्षण किया गया था. वह परीक्षण भी सफल रहा था जिसने सभी मानकों को प्राप्त कर लिया था. जानकारी के मुताबिक सतह से सतह पर मार करने वाली यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है.
India yesterday carried out successful testfiring of the Prithvi short-range ballistic missile, developed by DRDO, from the Interim Test Range, Balasore off the coast of Odisha. The missile achieved its all mission objective as decided by Strategic Forces Command.
— ANI (@ANI) September 24, 2020
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इससे पहले पिछले साल दिसंबर महीने भी पृथ्वी- 2 का परीक्षण किया गया था. उस वक्त 3 दिसंबर 2019 को 350 किलोमीटर तक दुश्मनों पर वार करने की क्षमता वाली इस मिसाइल को देर शाम करीब 7:45 पर चादीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र आइटीआर के प्रक्षेपण परिसर तीन से दागा गया था. पृथ्वी-2 का वह परीक्षण भी सफल रहा था.
गौरतलब है कि पृथ्वी सतह से सतह पर मार करने वाली शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है. पृथ्वी-2 मिसाइल 500-1000 किलोग्राम तक आयुध ले जाने में सक्षम है और इसके दो इंजन तरल ईंधन से चलते हैं. देश में विकसित हुई यह मिसाइल 150 से 600 किलोमीटर तक निशाना भेद सकती है. पृथ्वी सीरीज की तीन मिसाइलें हैं- पृथ्वी- 1, पृथ्वी- 2, पृथ्वी- 3. इनकी मारक क्षमता क्रमशः 150, 350 और 600 किलोमीटर तक है.