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महंगाई या बेरोजगारी क्या है पब्लिक की नजर में मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी

सर्वे में पाया गया है कि महंगाई, किसानों का मुद्दा और बेरोजगारी केंद्र सरकार की सबसे बड़ी विफलता रही है. आंकड़ों के मुताबिक महंगाई 25 फीसदी लोगों के लिए सबसे बड़ी विफलता है, वहीं बेरोजगारी को 14 फीसदी लोग उनकी विफलता मानते हैं.

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पीएम नरेंद्र मोदी ( पीटीआई)
पीएम नरेंद्र मोदी ( पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • आज चुनाव हुए तो NDA की पूर्ण बहुमत वाली सरकार
  • महंगाई- बेरोजगारी लोगों के सबसे बड़े मुद्दे

इंडिया टुडे-सी वोटर ने मूड ऑफ द नेशन समझने का प्रयास किया है. अगर आज लोकसभा चुनाव होते हैं तो NDA के खाते में 296 सीटें जाएंगी, वहीं UPA 127 जीतने में कामयाब रहेगी. लेकिन सीटों के अलावा इस सर्वे ने और भी कई मुद्दों पर जनता का मूड समझने का प्रयास किया है. ऐसा ही एक सवाल मोदी सरकार की विफलताओं को लेकर भी पूछा गया है. 

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सर्वे में पाया गया है कि महंगाई, किसानों का मुद्दा और बेरोजगारी केंद्र सरकार की सबसे बड़ी विफलता रही है. आंकड़ों के मुताबिक महंगाई 25 फीसदी लोगों के लिए सबसे बड़ी विफलता है, वहीं बेरोजगारी को 14 फीसदी लोग उनकी विफलता मानते हैं. किसानों आंदोलन की बात करें तो वहां पर सिर्फ 10 फीसदी लोग इसे मोदी सरकार की विफलता के तौर पर देखते हैं.

कोरोना काल में महंगाई दर लगातार बढ़ती दिखी है. पेट्रोल से लेकर खाद्य पदार्थों तक, हर जगह महंगाई का असर देखने को मिला है. ऐसे में 25 फीसदी लोग इसे केंद्र सरकार की विफलता के तौर पर देख रहे हैं. बेरोजगारी भी ऐसा मुद्दा है जिस पर विपक्ष लगातार सरकार को निशाने पर लेता है. क्या लोकसभा क्या विधानसभा, हर चुनाव में ये बड़ा मुद्दा बनता है. अब 14 फीसदी लोग भी इसे मोदी सरकार का फेलियर मानते हैं.

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अब इन विफालतों के बीच भी जनता का मूड बताता है कि उनका विश्वास आज भी पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार में हैं. अगर आज लोकसभा चुनाव होते हैं तो एनडीए को 296 सीटें मिल सकती हैं. मतलब फिर पूर्ण बहुमत वाली सरकार बन सकती है. वहीं यूपीए अपनी टैली को जरूर सुधार रहा है, लेकिन सरकार बनाने से काफी दूर है. सर्वे में यूपीए के खाते में 127 सीटें जा रही हैं.

वहीं बात जब लोकसभा चुनाव में राज्यों की आती है तो यहां भी उत्तर प्रदेश में भाजपा फिर क्लीन स्वीप कर सकती है. सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि 80 में से 67 सीटों पर बीजेपी आगे रह सकती है. वहीं सपा को 10 सीटों से संतुष्ट करना पड़ेगा.

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