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'फेक न्यूज और खयाली पुलाव' अमित मालवीय और सुप्रिया श्रीनेत के बीच हुई तीखी बहस

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के दूसरे दिन कई दिग्गजों ने शिरकत की. 'राजनीतिक अभियानों पर बहस और सोशल मीडिया नैरेटिव्स' पर आयोजित एक सत्र में बीजेपी नेता अमित मालवीय और कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने शिरकत की. इस दौरान दोनों में तीखी बहस भी हुई.

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इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में अमित मालवीय और सुप्रिया श्रीनेत
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में अमित मालवीय और सुप्रिया श्रीनेत

राजधानी दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में आज कई सत्रों का आयोजन किया गया. 'राजनीतिक अभियानों पर बहस और सोशल मीडिया नैरेटिव्स' पर आयोजित एक सत्र में कांग्रेस की सोशल मीडिया विभाग की मुखिया सुप्रिया श्रीनेत और बीजेपी के आईटी डिपार्टमेंट के हेड अमित मालवीय ने शिरकत की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच जमकर बहस भी हुई. 

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मालवीय ने बताया क्यों आगे है बीजेपी
 सत्र की शुरूआत में अमित मालवीय ने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा, 'सोशल मीडिया का गेम काफी आगे जा चुका है जिसमें बीजेपी, कांग्रेस से काफी आगे है. पीएम मोदी का नेतृत्व और बीजेपी का संगठन काफी मजबूत है. आज देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी पीएम मोदी का एक अलग और मजबूत कद है. बीजेपी आईडी हेड का इंचार्ज होने के नाते मेरे पास कई राज्यों की जिम्मेदारी भी रहती है. 2014 में हम इकॉनमी के मामले में विश्व में 14 वें नंबर पर थे, आज 5वें नंबर पर हैं. इसके अलावा कई अन्य क्षेत्रों में आज 2014 के मुकाबले कहीं आगे हैं. आज हम देश में ट्रेन बना रहे हैं, भारत में मंहगाई की दर अमेरिका के मुकाबले कम हैं. पीएलआई स्कीम से कैसे फायदा हुआ ये हर कोई जानता है. हम सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक सरकार की स्कीमों और उपलब्धियों को पहुंचाते हैं और इसका फायदा मिलता है।'

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मालवीय फैलाते हैं फेक न्यूज- सुप्रिया
 वहीं सुप्रिया श्रीनेत ने मालवीय पर हमला करते हुए कहा, 'राहुल गांधी और नरेंद्र गांधी के रिट्वीट्स और लाइक्स पर आपने गौर किया तो देखा होगा कि कैसे वो पीएम मोदी को इसमें मात देते हैं. बड़े नंबर मिसलिडिंग होते हैं. नंबरों को छोड़कर जमीनी हकीकत पर बात करते हैं. आप (मालवीय) फेक न्यूज क्यों फैलाते हैं और स्वंय और बीजेपी के प्लेफॉर्म पर अक्सर इसे (फेक न्यूज) फैलाते हैं. सोशल मीडिया पर फ्लैग्ड होने वाले अमित मालवीय देश के पहले शख्स हैं. अमित मालवीय इस धरती पर फेक न्यूज फैलाने वाली सबसे बड़ी फैक्ट्री चलाते हैं. आप राजनीतिक दलों, नेताओं या लोगों पर हमले करते हैं वो ठीक हैं, लेकिन आप संवैधानिक संस्थाओं और जजों को ट्रोल करते हैं, वो ठीक है?

सोशल मीडिया की ताकत
 मालवीय ने कहा, 'मैं यहां एक प्रोगेसेसिव सब्जेक्ट पर बात करने आया हूं, ना कि किसी को ट्रोल करने के लिए.. मुझे याद नहीं है कि कभी मैंने आपको टैग करके ट्वीट किया हो. 2014 से पहले कुछ एडिटर बैठकर न्यूज तय कर लेते थे और सरकार की सहमति होती थी. आज सोशल मीडिया के आने के बाद चीजें बदली हैं. आज सोशल मीडिया इतनी ताकतवर है कि मेनस्ट्रीम मीडिया अगर मुद्दे ना भी उठाएं तो वह सोशल मीडिया के जरिए लोगों के सामने आ जाते हैं. ये (कांग्रेस) सोशल मीडिया पर नहीं, बल्कि दिमाग के खयाली पुलाव में जीत रहे हैं.'

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हुई तीखी बहस
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, 'मेरे पास चौबीस पेज हैं. मैं बताती हूं कि कैसे फेक न्यूज के जरिए एजेंडा फैलाया जाता है. यूट्यूबर मनीष कश्यप ने बिहारी मजदूरों को लेकर कैसे झूठ फैलाया यह सब जानते हैं और बीजेपी नेताओं ने वो वीडियो ट्वीट किए थे. राहुल गांधी के महाकाल की आरती को लेकर कैसे झूठ फैलाया यह किसी से नहीं छिपा है. स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी तमिलनाडु में विवेकानंद की प्रतिमा पर नहीं गए जबकि ये सरासर झूठ था.' वहीं मालवीय ने पलटवार करते हुए कहा, 'आपके पास कई साइकोफेंसी नेता हैं. आपके पास ऐसा नेता है जिसके पास अपना विचार नहीं होता है. आपके नेता को नहीं पता होता है कि उन्हें सवाल का जवाब देना है या सवाल करना है.' 

 


 

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