India Today Conclave 2024: इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के दो दिवसीय कार्यक्रम के आखिरी दिन शनिवार को भारत के लोकतंत्र को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान 2024 की उस रिपोर्ट का जिक्र किया गया, जिसमें भारत के लोकतंत्र को लेकर चिंता जताई गई थी.
2024 की इस रिपोर्ट में भारत के लोकतंत्र को लेकर कहा गया था कि भारत में लोकतंत्र की स्थिति बहुत चिंताजनक और इसका लगातार पतन हो रहा है. इस दौरान लेखक और इतिहासकर त्रिपुरदमन सिंह ने कहा कि पश्चिम के देश भारत को गलत तरीके से देखते हैं. उन्होंने कहा कि दरअसल भारत की सदियों पुरानी छवि के नजरिए से ही अभी भी उसे आंका जा रहा है.
'नेहरू: द डिबेट्स दैट डिफाइंड इंडिया' पुस्तक के लेखक त्रिपुरदमन सिंह ने राजद्रोह (Sedition) के कानून के बारे में कहा कि ये कहना कि मौजूदा सरकार राजद्रोह कानून का दुरुपयोग कर रही है, कुछ हद तक गलत होगा क्योंकि हर सरकार में इसका दुरुपयोग होता रहा है. राजद्रोह कानून को डिजाइन ही इस तरह से किया गया है कि उसका दुरुपयोग किया जा सके. हर सरकार अपने एजेंडे के लिए राजद्रोह का दुरुपयोग करती है.
यह पूछने पर कि क्या वेस्ट (पश्चिमी देश) भारत को गलत समझ रहे हैं या गलत छवि पेश कर रहे हैं? इस पर सिंह ने कहा कि भारत को कई मोर्चे पर गलत समझा गया है, ऐतिहासिक स्तर पर उसे गलत समझा गया है. साथ ही भारत के संवैधानिक ढांचे को लेकर भी वेस्ट में पूर्वधारणा है. मुझे लगता है कि पश्चिम से भारत की तुलना करना गलत है.