India Today Conclave 2025 में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भारत की सुरक्षा, चीन और पाकिस्तान को लेकर अहम बातें रखीं. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना तेजी से नई टेक्नोलॉजी को अपना रही है और हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
अगर चीन से कभी युद्ध की स्थिति बनती है, तो भारत कितना तैयार है, इस पर जवाब देते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय सेना नई टेक्नोलॉजी को तेजी से अपना रही है. उन्होंने बताया कि भारत ड्रोन टेक्नोलॉजी समेत हर विकसित हो रही टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है. हमारे पास ऐसे ड्रोन हैं, जो AK-47 फायर कर सकते हैं और मिसाइल लॉन्च कर सकते हैं. चीन की तरफ से ड्रोन अटैक होने की स्थिति में भारत भी काउंटर अटैक के लिए पूरी तरह तैयार है.
चीन पर भरोसा किया जा सकता है या नहीं, इस पर जनरल द्विवेदी ने साफ कहा, नहीं, चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता. उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध किसी भी देश के हित में नहीं होता, लेकिन अगर ऐसी स्थिति आती है तो भारतीय सेना अपनी रणनीति और ताकत के हिसाब से पूरी तैयारी के साथ जवाब देने को तैयार है.
पूर्वी लद्दाख में देपसांग और डेमचोक में 2020 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद वर्तमान स्थिति पर बात करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि अब हालात सामान्य और बेहतर हैं. जब भी जरूरत होती है, दोनों देशों की सेनाएं बातचीत के जरिए समस्या हल करती हैं और हालात सामान्य बनाए रखती हैं.
पाकिस्तान को लेकर क्या बोले सेना प्रमुख?
पाकिस्तान को लेकर जनरल द्विवेदी ने कहा कि उसकी तरफ से आतंकवाद रोकने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इसलिए भारतीय सेना को हमेशा तैयार रहना होगा. उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर, जहां कभी आतंकवाद का साया था, वहां आज लाखों टूरिस्ट पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा, "हमने टेररिज्म से लेकर टूरिज्म तक का सफर तय किया है." भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकियों को मार गिराया है.
अग्निवीर को प्रभावी बनाने पर चल रहा काम
सेना प्रमुख ने बताया कि अग्निवीर योजना को और प्रभावी बनाने के लिए कई स्तरों पर काम चल रहा है. छुट्टियों के प्रावधान को नियमित सैनिकों के समान करने, अग्निवीर को भी अन्य सैनिकों जैसी सुविधाएं देने और तकनीकी रूप से अधिक कुशल युवाओं की भर्ती को प्राथमिकता देने जैसे कई सुधारों पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सेना कुछ अन्य मुद्दों पर भी काम कर रही है, ताकि अग्निवीरों को मुख्यधारा की सेना में बेहतर तरीके से शामिल किया जा सके.