इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट (India Today Conclave East) के 5वें संस्करण के दूसरे दिन, POWER POLITICS: The Rise of Saffron in India's East सेशन में, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली व असम के पार्टी प्रभारी बिजयंत जय पांडा (Baijayant Jay Panda) ने अपने विचार रखे.
बिजयंत जय पांडा ने कहा बीजेपी में हमेशा हर तरह की छोटे-बड़ी जिम्मेदारियां होती हैं. लाखों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भारत में हर शहर, हर राज्य में परेशानी में फंसे लोगों की मदद की. हम लोगों की सेवा भी करते हैं और साथ में अपनी राजनीतिक तैयारी भी करते हैं.
बीजेपी के पास 18 करोड़ सदस्य
बीजेपी के बूथ मैनेजमेंट पर बिजयंत जय पांडा का कहना है कि यह पब्लिक प्रोग्राम नहीं है, इसलिए मैं इसके बारे में मंच पर नहीं बता सकता. ये संस्था का प्रोग्राम है. बीजेपी में सिर्फ एक व्यक्ति प्रयास नहीं करता. बल्कि इसमें राज्य स्तर पर, जिला स्तर, राष्ट्र स्तर पर अलग-अलग लोग प्रायस करते हैं. बीजेपी के पास 18 करोड़ सदस्य हैं. दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी को हमने एक दशक पहले ही हमने पीछे छोड़ दिया है.
'ओडिशा और पश्चिम बंगाल में जल्द बनाएंगे सरकार'
आजतक के पत्रकार कौशिक डेका ने सवाल किया कि बीजेपी को अब तक ओडिशा और पश्चिम बंगाल में वैसी सफलता क्यों नहीं मिली जितनी बाकी राज्यों में मिली है. इसपर बिजयंत जय पांडा ने कहा कि हमें रातों रात सफलता नहीं मिली, इस सफलता के लिए 3-4 पीढियों ने मेहनत की है. 6 साल पहले लोग कहते थे कि भाजपा असम में कभी नहीं जीत सकती, लेकिन हमें 2016 में पहली बार असम में जीत मिली, फिर 2021 में हम दोबारा जीते.
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के चुनावों में पहले हम मुकाबले में नहीं थे, लेकिन हाल के चुनावों में हम दूसरे नंबर की पार्टी रहे. इन दोनों राज्यों में जबरदस्त सफलता मिली है. बंगाल और ओडिशा का डेमोग्राफिक अलग है. हर राज्य के अपने डायनैमिक्स होते हैं. पिछले दो चुनावों में हम बेहतर हुए हैं. हम इन राज्यों में सरकार बनाने के बहुत करीब पहुंच चुके हैं.
'प्रधानमंत्री का फोकस नॉर्थ-ईस्ट पर'
इसपर उनसे पूछा गया कि कहीं ऐसा तो नहीं कि बीजेपी को टक्कर देने के लिए इन राज्यों के पास मजबूत स्थानीय नेता हैं और यही असफलता की वजह है. इस बात को बिजयंत जय पांडा ने नकारते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इतनी बार नॉर्थ ईस्ट का दौरा किया है, जितना किसी और प्रधानमंत्री ने नहीं किया. उन्होंने यहां फोकस रखा है.
'हम संविधान सं बंधे हैं'
बिजयंत जय पांडा ने कहा कि हमारी सरकार कभी बांटने वाली राजनीति नहीं करती है. लेकिन कई वर्ग ऐसे हैं जो इसे बढ़ावा दे रहे हैं. भाजपा विकास पर काम कर रही है. हमारी सरकार में किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं किया जाता. हम संविधान से बंधे हैं. बीजेपी तुष्टिकरण के खिलाफ है और सभी को न्याय मिले ये बीजेपी की नीति है. बीजेपी का अपना संविधान भी यह कहता है कि सभी लोग एक समान हैं और अगर कोई बीजेपी के संविधान से अलग जाता है, तो पार्टी उसपर कार्रवाई करती है. चाहे वो कोई भी क्यों न हो.
यह तथ्य है कि कई मंदिर तोड़े गए, लेकिन पुराने जख्म हरे करने का हमारा इरादा नहीं हैं. हमारा विचार था कि राम मंदिर जैसे मामले को सुलझाया जाए. सांस्कृतिक नेता जैसे मोहन भागवत ने भी कहा था कि हमें हर जगह शिवलिंग नहीं ढूंढने चाहिए. ये हमारा ध्येय नहीं है. हमें संविधान के साथ चलना है, हर इंसान को समान अधिकार देना है.
किसी के लिए एक जैसी नीति रखनी चाहिए
काली पोस्टर पर बिजयंत जय पांडा ने कहा कि भारत का संविधान बोलने की आजादी देता है. लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना होता है. एक तरफ सुप्रीम कोर्ट नुपुर शर्मा को डपटता है, तो सुप्रीम कोर्ट को काली के फिल्ममेकर पर भी वही रुख अपनाना चाहिए. हमें हर किसी के लिए एक जैसी नीति रखनी चाहिए.