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फडणवीस ने बताया क्यों शिंदे सरकार में शामिल नहीं होना चाहते थे, बोले- इमेज की थी चिंता

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के मंच पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैं यह स्पष्ट कर दूं कि शिंदे जी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला मेरी सलाह से ही हुआ था और यह मेरा ही प्रस्ताव था. इसके बाद हमारे नेताओं ने इस फैसले पर सहमति जताई.

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देवेंद्र फडणवीस.
देवेंद्र फडणवीस.

India Today Conclave Mumbai: इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के दूसरे दिन शनिवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रदेश की राजनीति और राज्य में बीजेपी के भविष्य को लेकर बेबाकी से अपनी राय रखी. महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बाद बीजेपी के सरकार बनाने और एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री और फडणवीस को उपमुख्यमंत्री पद देने पर सवाल किया गया. इस पर फडणवीस ने कहा कि मेरी सरकार में शामिल होने की इच्छा नहीं थी क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि यह संदेश जाए कि मैं पावर ग्रिडी हूं. 

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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पद पर रहने के बाद अगर आप सरकार में कोई दूसरा पद लें तो इससे आपकी इमेज इस तरह की बन जाती है कि आप सत्ता के भूखे हैं. लेकिन हमने सत्ता का परिवर्तन कुर्सी के लिए नहीं, बल्कि परिवर्तन के लिए किया है. पिछले दो से ढाई साल में महाराष्ट्र में जो घटनाएं हुई हैं, उसके मद्देनजर यह बदलाव किया गया. इसलिए मैंने फैसला किया था कि मैं सत्ता से बाहर रहूंगा लेकिन मेरी पार्टी के नेताओं ने मुझे समझाया कि हमें महाराष्ट्र में सरकार चलानी है और इसके लिए मेरी जरूरत है तो मैंने हां कर दी.

शिंदे को मुख्यमंत्री बनाना मेरा फैसला था

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह उठापटक एक तरह से 20-20 मैच की तरह थी. जिस तरह 20-20 मैच में कब नतीजे बदल जाएं, पता नहीं चलता, ठीक वैसा ही हुआ. पर मैं यह स्पष्ट कर दूं कि शिंदे जी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला मेरी सलाह से ही हुआ था और यह मेरा ही प्रस्ताव था. इसके बाद हमारे नेताओं ने इस फैसले को मान्यता दी. शिंदे जी को मुख्यमंत्री बनना हमारे लिए कोई शॉकिंग बात नहीं थी बल्कि मेरा उपमुख्मंत्री बनना मेरे लिए अधिक शॉकिंग था. 

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उपमुख्यमंत्री बनने के बाद मेरा कद ज्यादा बढ़ा

जब मैंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो उस समय मेरे मन में बहुत विचार थे लेकिन उसके बाद राज्य और देशभर से मुझे जिस तरह का समर्थन मिला, उससे मेरा कद काफी बढ़ गया. मैं तो कहूंगा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद मेरा कद उतना नहीं बढ़ा, जितना उपमुख्यमंत्री बनने के बाद बढ़ा. फडणवीस ने कहा कि शिंदे जी के साथ मेरा तालमेल बहुत अच्छा है. हमने पहले भई बहुत काम किया है. उन्होंने मुझे कभी फील नहीं होने दिया कि मैं उपमुख्यमंत्री हूं. 

लोकसभा चुनाव में बीजेपी बिहार में चमत्कार करेगी

फडणवीस ने कहा कि बिहार की राजनीति का अपना अलग रंग है. नीतीश कुमार ने जब बिहार में यह देख लिया कि वहां लोग मोदी-मोदी कर रहे हैं. लोग धीरे-धीरे बीजेपी की तरफ शिफ्ट हो रहे हं तो उन्होंने बीजेपी को रोकने के लिए आरजेडी से हाथ मिला लिया. मैं बिहार में कुछ दिन रहकर आया हूं और बता दूं कि अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी बिहार में चमत्कार करेगी. 

महाराष्ट्र में पुलिस की साख बहाल होगी

उन्होंने कहा कि पिछले ढाई सालों में महाराष्ट्र पुलिस की छवि खराब हुई है. कम मैरिट के लोगों को पुलिसबल में प्राइम पोस्ट देने से करप्शन बढ़ेगा. महाराष्ट्र पुलिस देश की सबसे अच्छी पुलिस है और हम इसकी साख को वापस लाएंगे. पुलिस में बिना करप्शन के पोस्टिंग होगी. 

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​​मैंने सीएम पद के लिए एकनाथ शिंदे का नाम सुझाया था: फडणवीस

फडणवीस ने बातचीत में कहा कि मैंने ही मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को एकनाथ शिंदे का नाम सुझाया था. फडणवीस ने कहा कि मेरा निर्णय सही था. बाद में पार्टी नेतृत्व ने फडणवीस को डिप्टी सीएम बनने के लिए कहा. दरअसल, माना जा रहा था कि फडणवीस इससे पहले मुख्यमंत्री रहे हैं और जब उनको डिप्टी सीएम का ऑफर दिया गया तो वे तैयार नहीं हो रहे थे. बाद में केंद्रीय नेतृत्व के दबाव में उन्होंने सहमति दी. यह भी कहा जाता है कि एमवीए सरकार बनने के बाद से ही फडणवीस मुख्यमंत्री के रूप में वापसी के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने फडणवीस के प्लान पर पर्दा डाल दिया. नेतृत्व को लगा कि शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने से राज्य सरकार को और ज्यादा स्थिरता मिलेगी. वहीं, फडणवीस ने विस्तार से बताया कि पार्टी ने राज्यसभा चुनावों के लिए शिवसेना से कोई मदद नहीं ली.

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