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aajtak.in की रिपोर्टर मृदुलिका झा सहित इंडिया टुडे ग्रुप के चार पत्रकारों को रामनाथ गोयनका अवॉर्ड

रामनाथ गोयनका अवॉर्ड जीतने वाली अपनी स्टोरी 'रियल लाइफ के डंकी' में मृदुलिका झा ने बताया था कि कैसे हरियाणा के युवा कनाडा अथवा अमेरिका जाने के लिए जान की बाजी लगाने और अपनी पूरी जमा-पूंजी लुटाने को तैयार बैठे रहते हैं. इनमें से कइयों की जान चली गई तो कई पकड़कर वापस भी भेज दिए गए.

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राष्ट्रपति से अवॉर्ड ग्रहण करतीं मृदुलिका झा
राष्ट्रपति से अवॉर्ड ग्रहण करतीं मृदुलिका झा

देश के सबसे प्रतिष्ठित पत्रकारिता पुरस्कारों में शामिल रामनाथ गोयनका अवॉर्ड्स का ऐलान हो चुका है और इस बार भी इंडिया टुडे ग्रुप ने यहां अपना परचम लहराया है. aajtak.in की विशेष संवाददाता मृदुलिका झा को साल 2023 में उनकी स्टोरी के लिए हिन्दी कैटेगरी के रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवॉर्ड से नवाजा गया है. यह अवॉर्ड 'डंकी रूट' के जरिए अमेरिका जाने की चाह रखने वाले हरियाणा और पंजाब के युवाओं पर की गई ग्राउंड रिपोर्ट के लिए दिया गया है. उनकी ये अवॉर्ड विनिंग स्टोरी यहां पढ़ें.

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रियल लाइफ के 'डंकी' की कहानी

अपनी स्टोरी रियल लाइफ के डंकी में मृदुलिका ने बताया था कि कैसे हरियाणा के युवा कनाडा अथवा अमेरिका जाने के लिए जान की बाजी लगाने और अपनी पूरी जमा-पूंजी लुटाने को तैयार बैठे रहते हैं. इनमें से कइयों की जान चली गई तो कई पकड़कर वापस भी भेज दिए गए लेकिन विदेश जाने की ये सनक कम होने का नाम नहीं ले रही. 

मृदुलिका झा के अलावा आजतक न्यूज चैनल के डिप्टी एडिटर आशुतोष मिश्रा को एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म: पॉलिटिक्स एंड गवर्नमेंट (टीवी और ब्रॉडकास्ट) की कैटेगरी में अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. उन्हें ये अवॉर्ड मणिपुर हिंसा के दौरान उनके द्वारा की गई ग्राउंड रिपोर्ट्स के लिए दिया गया है. आशुतोष मिश्रा की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.

जोशीमठ पर स्टोरी को अवॉर्ड

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इंडिया टुडे डिजिटल के असिस्टेंट एडिटर शिबू त्रिपाठी को भी रामनाथ गोयनका अवॉर्ड मिला है. शिबू त्रिपाठी को ये अवॉर्ड जोशीमठ की कवरेज के लिए प्रदान किया गया है. शिबू त्रिपाठी की अवॉर्ड विनिंग खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.

अवॉर्ड रिसीव करते शिबू त्रिपाठी

इसी तरह 'द लल्लनटॉप' के एसोसिएट एडिटर सिद्धांत मोहन को उनकी 'केरल स्टोरी' के लिए रामनाथ गोयनका अवॉर्ड से नवाजा गया है. सिद्धांत मोहन की रिपोर्ट्स यहां क्लिक कर पढ़ी जा सकती हैं.

राष्ट्र निर्माण में मीडिया का बड़ा योगदान

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि लोकतंत्र के लिए फ्री एंड फेयर जर्नलिज्म बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि अगर देश के नागरिकों को सही सूचना नहीं मिल पाएगी तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपना महत्व खो देगी. राष्ट्रपति ने कहा कि न्यूज मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है कि क्योंकि आधुनिक राष्ट्र के निर्माण में इसका बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि विचारों से भरा हुआ एक न्यूजरूम खबरों के बिजनेस के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है.

राष्ट्रपति ने कहा कि फेक न्यूज से बचने और गलत सूचना को रोकने में मीडिया की अहम भूमिका है. उन्होंने कहा कि AI के गलत इस्तेमाल को लेकर भी सभी नागरिकों को सजग करने की जरूरत है. आज के दौर में AI नए अवसरों के साथ-साथ जर्नलिज्म समेत तमाम सेक्टर्स के लिए नई चुनौतियां भी लेकर आया है. उन्होंने कहा कि जर्नलिज्म में मानवीय पहलू का बहुत महत्व है और यही वो बात है जो किसी पत्रकार को AI से ऊपर रखती है.   

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रामनाथ गोयनका मेमोरियल फाउंडेशन की ओर से दिल्ली के ओबेरॉय होटल में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ये पुरस्कार प्रदान किए. हर साल पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने वाले अलग-अलग विधाओं के पत्रकारों को रामनाथ गोयनका अवॉर्ड दिया जाता है. इनमें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के पत्रकारों को अवॉर्ड से सम्मानित किया जाता है.

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