भारतीय रेलवे सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेनों की भारी सफलता के बाद इंट्रा-सिटी परिवहन प्रणाली को बदलने के लिए देश की पहली वंदे मेट्रो शुरू करने की योजना बना रहा है. रेलवे की इस परियोजना से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जुलाई 2024 से इसका ट्रायल रन शुरू करने की सभी तैयारियां चल रही हैं ताकि जल्द से जल्द लोगों की इसकी सेवाएं दी जा सके.
देश को मिलेगी पहली वंदे भारत मेट्रो
वंदे भारत मेट्रो कम समय में ही ज्यादा स्टॉपेज को कवर करने में मदद करेगी और इसमें शहरवासियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कई तरह की नई सुविधाएं होंगी. रेलवे अधिकारी का कहना है कि इसका परीक्षण अगले कुछ महीनों में शुरू हो जाएगा. स्वचालित दरवाजे और उच्च आराम के अलावा इसमें कई ऐसी विशेषताएं होंगी जो वर्तमान में चल रही मेट्रो ट्रेनों में उपलब्ध नहीं हैं. वहीं तस्वीरों के साथ इसके अतिरिक्त फीचर्स की जानकारी जल्द ही लोगों के लिए साझा की जाएगी.
वंदे भारत मेट्रो में मिलेंगी ये सुविधाएं
वंदे भारत मेट्रो पूरी तरह वातानुकूलित होगी और इसकी स्पीड अधिकतम 130 किमी होगी. ट्रेन में 12 कोच और ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे. हालांकि अलग-अलग कॉन्फिगरेशन में ये मेट्रो आएगी. जैसे 4 कोच, 8 कोच और 12 कोच के साथ. 4-4 कोच के अनुपात में इसको हाईएस्ट 16 कोच तक बढ़ाया जा सकता है. ऐसे यात्री जो रोजाना एक शहर से दूसरे शहर का सफरकरते हैं उनके लिए ये ट्रेन मददगार साबित होगी. ट्रेन पूरी तरह से अनारक्षित होगी यानी रिजर्वेशन जैसा कोई सिस्टम नहीं होगा.
बता दें कि रेलवे लगभग 12 कोच वाली वंदे मेट्रो लॉन्च करेगा और रूट की मांग के अनुसार 16 कोच बढाए जा सकते हैं. वहीं किस शहर में पहली वंदे मेट्रो लॉन्च की जाएगी इस पर भी काम चल रहा है. वंदे भारत मेट्रो 100-250 किमी के रूट पर एक शहर से दूसरे शहर के बीच चलेगी. रिपोर्ट्स के अनुसार 124 शहरों को वंदे मेट्रो ट्रेनें जोड़ेंगी जिनमें लखनऊ-कानपुर, आगरा-मथुरा, दिल्ली-रेवाड़ी, भुवनेश्वर-बालासोर और तिरूपति-चेन्नई शामिल हैं. इसके अलावा भागलपुर और हावड़ा के बीच भी मेट्रो चलने की खबर है.