केंद्र द्वारा स्पेन के 56 C-295 MW परिवहन विमानों की खरीदी को लेकर बुधवार को मंजूरी दे दी गई. आधिकारिक बयान में कहा गया कि 48 महीनों के भीतर भारत को स्पेन द्वारा 16 विमान फ्लाइवे कंडीशन में मिलने वाले हैं. वहीं बाकी बचे 40 विमान भारत की निजी कंपनी टाटा कंसोर्टियम द्वारा 10 साल के अंदर निर्मित किए जाएंगे.
केंद्र खरीदेगा 56 C-295 MW परिवहन विमान
भारत के लिए ये डील इसलिए भी काफी मायने रखती है क्योंकि पहली बार एक सैन्य विमान का निर्माण प्राइवेट कंपनी द्वारा किया जा रहा है. इस एक परियोजना की वजह से आत्मनिर्भर भारत को बल दिया जा रहा है और रोजगार बढ़ाने पर जोर दिख रहा है. सरकार के मुताबिक इस परियोजना की वजह से एयरोस्पेस पारिस्थितिकी तंत्र में रोजगार के अवसर बढ़ जाएंगे. ये भी कहा जा रहा है कि इस एक डील की वजह से आने वाले समय में भारत के घरेलू विमान निर्माण को ज्यादा मजबूती मिलेगी और निर्यात कम हो जाएगा.
डील में क्या है खास?
C-295 MW परिवहन विमानों में ये बात भी खास रहने वाली है कि इन सभी में स्वदेशी इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट स्थापित किया जाएगा. वहीं क्योंकि 40 एयरक्राफ्ट का निर्माण भारत में ही होना है, ऐसे में कई MSMEs भी सक्रिय भूमिका निभाती दिख जाएंगी. उन्हें एयरक्राफ्ट के कई हिस्सों का निर्माण करने का मौका मिलेगा.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले समय में भारत 56 C-295 MW परिवहन विमानों की संख्या और ज्यादा बढ़ा सकता है. ये संख्या 350 तक जा सकती है. कहा जा रहा है कि चीन की बढ़ती ताकत की वजह से भारतीय वायुसेना का हर मामले में मजबूत रहना जरूरी है. इसी वजह से केंद्र भी इस डील के जल्द पूरा होने की उम्मीद लगाए बैठा है. जानकारी के लिए बता दें कि ये 56 C-295 MW परिवहन विमान पुराने एवरो विमान की जगह लेने वाले हैं.