वायुसेना आज अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है. इस मौके पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर कार्यक्रम हुआ. यहां वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने एयरफोर्स डे के मौके पर संबोधन दिया. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि वायुसेना के सभी साथियों का वो सेवा के लिए धन्यवाद करते हैं. आज जिन जवानों को अवॉर्ड मिला है, उन्हें भी बधाई. आज वायुसेना बदलाव से गुजर रही है, हम ऐसे वक्त में हैं जो आगे का भविष्य तय करेगी.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हम अपने रिटायर्ड जवानों का शुक्रिया करते हैं, जिन्होंने इतनी ताकतवर वायुसेना को खड़ा किया. ये साल काफी वजहों से अलग रहा है, देश ने इस साल कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी है. इसके साथ ही वायुसेना ने भी इस संकट के वक्त में एक्शन लिया, लॉकडाउन के वक्त आम लोगों की मदद की और जरूरी सामान लोगों तक पहुंचाया.
As we enter the 89th year, the IAF is undergoing a transformational change. We are entering an era which will redefine where we employ aerospace power and conduct integrated multi-domain operations: IAF Chief Air Chief Marshal Rakesh Kumar Singh Bhadauria #AirForceDay https://t.co/co4G89DBK5 pic.twitter.com/1QI8vODrxN
— ANI UP (@ANINewsUP) October 8, 2020
वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया बोले कि हमारे क्षेत्र में खतरा बढ़ता जा रहा है, पड़ोसी देश के जरिए आतंकियों के खतरे को बढ़ाया जा रहा है तो वही साइबर स्पेस के चलते भी हमें नई चुनौतियां देखने को मिल रही हैं. वायुसेना हर मोर्चे पर अपने आप को तैयार कर रही है, साथ ही बॉर्डर पर पैनी निगाहें बनाई हुई है.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों ने हमें और ताकतवर तैयारी करने के लिए सजग किया है. वायुसेना लगातार अपने बेड़े में नए विमानों को शामिल कर रही है, अपाचे और राफेल इसका ही उदाहरण हैं. कई पुराने एयरक्राफ्ट का अपग्रेडेशन भी किया जा रहा है.
आत्मनिर्भर भारत को लेकर वायुसेना प्रमुख बोले कि आज वायुसेना में कई देसी मिसाइल और लड़ाकू विमान भी शामिल हैं जो वायुसेना को आत्मनिर्भर बनाते हैं. आने वाले वक्त में वायुसेना को कई और देसी और विदेशी विमान मिलेंगे.