सेना के कमांडरों का चार दिवसीय सम्मेलन आज से शुरू हो रहा है. इस सम्मेलन को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कल संबोधित करेंगे. 29 अक्टूबर तक चलने वाले इस सम्मेलन में थल सेना प्रमुख एमएम नरवणे समेत सेना के वरिष्ठ अधिकारी, उप सेना प्रमुख, सभी सेना कमांडर, सेना मुख्यालय के प्रधान कर्मचारी और अधिकारी शामिल होंगे.
इस सम्मेलन के पहले दिन सेना के सीनियर अधिकारी मानव संसाधन प्रबंधन के मसले पर चर्चा करेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 27 अक्टूबर को संबोधित करेंगे. इससे पहले सम्मेलन को सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेना के प्रमुखों संबोधित करेंगे. 28 अक्टूबर को सैन्य कमांडर विभिन्न एजेंडों पर बातचीत करेंगे.
सम्मेलन में अंडमान निकोबार कमान के कमांडर-इन-चीफ द्वारा भी महत्वपूर्ण अपडेट दिया जाएगा. इसके बाद विभिन्न पीएसओ द्वारा अलग-अलग मसलों पर संक्षिप्त अपडेट दिया जाएगा. सम्मेलन के अंतिम दिन सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के महानिदेशक विभिन्न बुनियादी ढांचा विकास परियोजनाओं के बारे में जानकारी देंगे.
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बताया जा रहा है कि कुछ प्रस्ताव जिन पर सम्मेलन में चर्चा होगी, उनमें सेना दिवस व प्रादेशिक सेना दिवस परेड को बंद करना या कम करना, विभिन्न यूनिट में स्थापना दिवस व युद्ध सम्मान दिवस पर आयोजनों की लागत कम करना आदि शामिल है. इसके साथ ही सेना की ओर से आटोमेशन के प्रयासों की भी जानकारी दी जाएगी.
खास बात है कि यह सम्मेलन उस वक्त हो रहा है, जब लाईन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर तनाव का माहौल है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कह चुके हैं कि भारत पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तनाव को खत्म करना चाहता है, लेकिन हम अपनी एक इंच जमीन भी किसी को लेने नहीं देंगे.