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भारतीय तटरक्षक बल ने अंडमान जलक्षेत्र में एक मछली पकड़ने वाली नाव से लगभग 5500 किलो (करीब 5 टन) नशीले पदार्थों की एक बड़ी खेप पकड़ी है. इसकी कीमत 25000 करोड़ रुपये है. कोस्टगार्ड के डोर्नियर एयरक्राफ्ट के रूटीन पेट्रोलिंग के दौरान पायलट को यह बोट दिखाई दी थी.
रक्षा अधिकारियों ने कहा कि यह अब तक की सबसे बड़ी खेप थी, जो कोस्टगार्ड ने पकड़ी है. यह खेप कहां से आ रही थी और किसे कहां सप्लाई होना था, इसकी जांच की जा रही है.
इस महीने की शुरुआत में, मादक पदार्थ विरोधी एजेंसियों ने गुजरात तट से दूर भारतीय जल में लगभग 700 किलोग्राम मेथमफेटामाइन जब्त की थी और आठ ईरानी नागरिकों को गिरफ्तार किया था. इसके अलावा इंडियन कोस्ट गॉर्ड और गुजरात ATS ने 15 नवंबर को गुजरात के पोरबंदर तट से 500 किलो ड्रग्स जब्त की थी.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने एक बयान में कहा कि "सागर मंथन-4" नामक यह अभियान खुफिया सूचनाओं पर आधारित था. नौसेना ने समुद्री गश्ती संपत्तियों का उपयोग करके जहाज की पहचान की और उसे रोका. यह अभियान एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते द्वारा संयुक्त रूप से चलाया गया था.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मादक पदार्थ जब्ती को सरकार की प्रतिबद्धता और उसकी एजेंसियों के बीच समन्वय का एक उदाहरण बताया.