लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर अभी भी हालत तनावपूर्ण बने हुए हैं. भारतीय सेना हर स्तर पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को जवाब देने के लिए तैयार है. भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने गुरुवार को कहा कि हम चीनी सेना की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं.
नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह का कहना है कि लद्दाख में यथास्थिति को बदलने के चीनी सेना के प्रयास ने सुरक्षा परिदृश्य को बदल दिया है. हम एलएसी पर चीन की हरकत और कोरोना जैसी दोहरी चुनौती से लड़ाई लड़ रहे हैं. भारतीय नौसेना दोनों चुनौतियों से निपटने के लिए तैयारी है.
नौसेना एडमिरल करमबीर सिंह ने अपनी वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा है कि कोरोना और एलएसी पर यथास्थिति को बदलने का चीनी प्रयास हमारे सामने दोहरी चुनौती है. इन दोनों चुनौतियों का सामना करने के लिए नौसेना तैयार है. अगर चीन सीमा का उल्लंघन करता है तो इस स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास एक एसओपी है.
देखें: आजतक LIVE TV
नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि दो प्रीडेटर ड्रोन लीज पर लिए गए हैं और वे हमारी निगरानी क्षमता में बढ़ोतरी कर रहे हैं. इन प्रीडेटर ड्रोन से लगातार 34 घंटे की निगरानी की जा सकती है. अगर पूर्वोत्तर में सेना को प्रीडेटर ड्रोन की जरूरत महसूस होती है, तो हम इस पर विचार कर सकते हैं.
नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में कमीशन किए गए सभी 26 जहाजों को भारतीय शिपयार्ड में बनाया गया है. भारत में 41/43 जहाज ऑर्डर पर बनाए जा रहे हैं. भविष्य में नौसेना के लिए बनाए जाने वाले 43 युद्धपोतों और पनडुब्बियों में से 41 को स्वदेशी विमान वाहक सहित भारत में बनाया जाना है.