भारतीय रेलने ने बड़ा फैसला लेते हुए अब ट्रेन गार्ड के पद को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया है. अब ट्रेन गार्ड की जगह ट्रेन मैनेजर की पोस्ट निकाली गई है. ये एक पुरानी मांग थी जिस पर अब मुहर लग चुकी है. आदेश में साफ कहा गया है कि तुरंत इस फैसले को अमलीजामा पहनाया जाए.
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले ट्रेन में गार्ड का पद हुआ करता था. लेकिन 'गार्ड' कभी भी ज्यादा सम्मानजनक शब्द नहीं माना गया. वहीं आम लोगों में ये संदेश भी जाता था कि गार्ड है तो किसी निजी कंपनी में काम करता होगा. लेकिन अब उसी धारणा को बदलने के लिए और काम के दौरान ज्यादा सम्मान देने के लिए भारतीय रेलवे ने अब गार्ड शब्द को ही हमेशा के लिए हटा दिया है. अब जितने भी गार्ड भारतीय रेलवे के साथ जुड़े हुए हैं, उन्हें ट्रेन मैनेजर के नाम से संबोधित किया जाएगा.
वैसे फैसले में ये भी स्पष्ट कहा गया है कि पोस्ट का नाम बदलने से इनकम या फिर जिम्मेदारियों में कोई बदलाव नहीं होगा. उसकी अपनी एक प्रक्रिया जारी रहने वाली है, सिर्फ ज्यादा सम्मान देने के लिए पदनाम बदला जा रहा है. आदेश के मुताबिक कुल चार पोस्ट के नाम अब बदल दिए गए हैं. असिस्टेंट गार्ड अब असिस्टेंट ट्रेन मैनेजर बन गए हैं, गुड्स गार्ड, गुड्स ट्रेन मैनेजर बन गए हैं, सीनियर गुड्स गार्ड सीनियर गुड्स ट्रेन मैनेजर बन गए.
जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी ट्रेन में गार्ड आखिरी डिब्बे में मौजूद रहते हैं. यात्रियों की सुरक्षा से लेकर कई दूसरी जिम्मेदारियों का निर्वाहन भी उन्हें ही करना होता है. ऐसे में वे पूरी ट्रेन की गतिविधियों को एक तरह से अकेले मैनेज करते थे. इसी वजह से उन्हें गार्ड कहकर संबोधित करना ठीक नहीं था और रेलवे ने उसी फैसले को बदल दिया है. सभी जोन के जीएम को लेटर लिख दिया गया है और जल्द ही परिवर्तन कर दिया जाएगा.