Indian Railways: दक्षिण पूर्व रेलवे ने हावड़ा से कम-से-कम 34 लंबी दूरी की ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है. यह जानकारी मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) आदित्य कुमार चौधरी ने दी. इसके पीछे की वजह बंगाल और झारखंड में आदिवासी समुदाय द्वारा किया जा रहा विरोध प्रदर्शन है.
सूत्रों के अनुसार, छोटानागपुर आदिवासी समुदायों- कुर्मू और महतो समाज ने मंगलवार को पश्चिम मेदिनीपुर और झारग्राम जिलों के बीच खेमाशुली क्षेत्र में राष्ट्रीय सड़क नाकाबंदी और 'रेल रोको' कार्यक्रम का आह्वान किया. इसके बाद, दक्षिण पूर्व रेलवे और पूर्वी रेलवे की कई लंबी दूरी की ट्रेनों को रद्द कर दिया गया.
महतो समाज के नेता अजीत प्रसाद महतो ने कहा, ''हम आदिवासी कुर्मी समाज सम्मान की मांग को लेकर यहां एकत्र हुए हैं. हमारी मांगों में शामिल है कि कुर्मियों को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी के तहत सूचीबद्ध किया जाना चाहिए. इसके अलावा, वे यह भी चाहते हैं कि कुरमाली भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल किया जाए और सरना धर्म को कोड के साथ मान्यता दी जाए.'' उन्होंने आगे कहा कि हम बहुत लंबे समय से अपने अधिकारों से वंचित हैं. हम अपनी पहचान बनाना चाहते हैं, और यह हमारी लड़ाई की शुरुआत है. हम यह भी चाहते हैं कि हमारी कुर्मी भाषा को राष्ट्रीय पहचान मिले.
महतो ने आगे बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार को इस विरोध प्रदर्शन के बारे में पहले ही जानकारी दे दी गई थी. हमने परमिशन के लिए अप्लाई किया था. प्रदर्शन की शुरुआत सुबह पांच बजे हुई और जब तक मांगों को मान नहीं लिया जाता, तब तक यह जारी रहेगा.
इस बीच, रेलवे के सूत्रों ने बताया कि शताब्दी एक्सप्रेस और हावड़ा-टीटागढ़ इस्पात एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों को हावड़ा स्टेशन से सैकड़ों लोगों के आवागमन को प्रभावित करने वाले निर्धारित स्टेशन से पहले रोक दिया गया था. इसके अलावा 27 और यात्री ट्रेनें रद्द की गई हैं. वहीं, मालगाड़ियों और कम दूरी की ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया.
रद्द की गईं ट्रेनों की सूची
हावड़ा-बरबिल-हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस
हावड़ा-टीटागढ़ इस्पात एक्सप्रेस
चक्रधरपुर-गोमोह मेमू एक्सप्रेस
टाटानगर-दानापुर एक्सप्रेस
टाटानगर-आसनसोल मेमू पैसेंजर
आसनसोल-तातनगर एक्सप्रेस
हटिया-खड़गपुर एक्सप्रेस
(रिपोर्ट- दीपानीता दास)