भारतीय रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2021-22 की शुरुआत में बड़ी कामयाबी हासिल की है. 3 अप्रैल 2021 और 4 अप्रैल के दौरान दक्षिण पश्चिम रेलवे क्षेत्र में कोई भी ट्रेन लेट नहीं हुई है. जोनल रेलवे द्वारा जारी किए गए एक बयान के अनुसार, दक्षिण पश्चिम रेलवे में सभी ट्रेनें जो दोनों दिनों में परिचालन में थीं, वे समय के साथ चलीं और कोई भी ट्रेन लेट नहीं हुई.
इस दौरान ट्रेनों के समय की दक्षिण पश्चिम रेलवे ने पहले ही रेल मंत्रालय के समय के लक्ष्य को पार कर लिया है, जो वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान 88 प्रतिशत था. लगभग एक साल पहले, दक्षिण पश्चिम रेलवे ने 17 जोनों में से ऑल इंडिया जोनल रेलवे पंक्चुएलिटी पोजिशन में 16 वें स्थान से चौथे स्थान का गौरव हासिल किया है.
जोनल रेलवे के अनुसार, यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि दक्षिण पश्चिम रेलवे कुल 188 नंबर की ट्रेनों का परिचालन कर रहा है. जिसमें 70 नंबर हॉलिडे स्पेशल ट्रेनें, 65 नंबर मेल / एक्सप्रेस ट्रेनें और 53 पैसेंजर स्पेशल ट्रेनें शामिल हैं. बयान में आगे कहा गया कि उपलब्धि परिचालन, इंजीनियरिंग के साथ-साथ क्षेत्रीय रेलवे के सिग्नल और दूरसंचार विभागों के लगातार प्रयासों के कारण संभव हो पाई है. दक्षिण पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक, गजानन माल्या ने इसके लिए अधिकारियों और रेलवे कर्मचारियों की टीम को बधाई दी है.
जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय रेलवे के इतिहास में पहली बार, राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने पिछले साल 1 जुलाई 2020 को अपनी यात्री ट्रेन सेवाओं के लिए 100 प्रतिशत समयनिष्ठता हासिल की थी. इस रिकॉर्ड से पहले, भारतीय रेलवे का पिछला सबसे अच्छा ट्रेन पंक्चुएलिटी रिकॉर्ड 99.54 प्रतिशत था, 23 जून 2020 को, सिर्फ एक यात्री ट्रेन सेवा में देरी हुई.