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क्या फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों में कम कर दी गई है जनरल-स्लीपर कोच की संख्या? रेलवे ने दी सफाई

सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि रेलवे द्वारा त्योहारी सीजन के दौरान संचालित विशेष ट्रेनों में सामान्य और स्लीपर कोचों की संख्या कम कर दी है जिससे स्टेशनों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है. आइए जानते हैं इस वायरल दावे का सच.

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Indian Railways
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देश में कल से यानी 17 नवंबर से छठ पूजा की शुरुआत हो जाएगी. ऐसे में उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है. ट्रेनों में भीड़ इस कदर है कि लोग ट्रेन के दरवाजे और टॉयलेट के पास तक बैठकर सफर करने को मजबूर हैं. ट्रेन में भीड़ के चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है. कई फोटो और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि कैसे ट्रेनों में लोग जानवरों की तरह भरे हुए हैं. इन तस्वीरों के साथ एक पोस्ट भी वायरल हो रहा है, जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि भारतीय रेलवे ने पिछले कुछ वर्षों में अधिक राजस्व उत्पन्न करने के लिए त्योहारी सीजन के दौरान चलाई जाने वाली विशेष ट्रेनों में सामान्य और स्लीपर कोचों की संख्या कम कर दी है. अब रेलवे ने इस पर सफाई पेश की है. 

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वायरल पोस्ट में क्या हुआ दावा
वायरल पोस्ट के दावे के मुताबिक, पहले 22 कोच वाली ट्रेन में 4 सामान्य कोच होते थे, जिन्हें घटाकर 2 कर दिया गया है और स्लीपर कोच 7 थे, उन्हें भी घटाकर 2 कर दिया गया है. दावे में आगे कहा गया है कि कोचों की संख्या में कमी के कारण ही उत्तर प्रदेश और बिहार जाने वाली ट्रेनों में भीड़ बढ़ रही है.
 
नहीं कम की गई ट्रेनों की संख्या
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे दावों को लेकर इंडिया टुडे ने एक फैक्ट चेक किया है. इस दौरान पता चला है कि इन वायरल दावों में कोई सच्चाई नहीं है. फैक्ट चेक के दौरान पता चला है कि एक ट्रेन में 22 कोच होते हैं, जिसमें 6 से 7 स्लीपर कोच होते हैं और चार जनरल कोच. इन नंबरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. आंकड़ों के मुताबिक, ट्रेनों में थर्ड एसी के 6 कोच होते हैं. वहीं, दो कोच सेकेंड एसी के और एक कोच फर्स्ट एसी का होता है. संचालित की जा रही त्योहारी ट्रेनों में जनरल कोच 4 जबकि स्लीपर कोच जो नॉन एसी हैं, 6-7 कोच रहते हैं. इनमें कोई बदलाव नहीं हुई है. इसमें 1 पेंट्री कार, 1 पावर कार और या एक गार्ड वैन भी शामिल है, जो ट्रेनों से जुड़ी होती हैं. 

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दावा और क्या है सच्चाई
दावा और क्या है सच्चाई

अब तक चलाई गईं 2423 स्पेशल ट्रेनें
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अब तक रेलवे ने दिवाली और छठ पूजा के लिए 2423 स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं. दिसंबर 2023 तक स्पेशल ट्रेनों द्वारा 6754 ट्रिप्स करने का प्लान है. पिछले साल की तुलना में ट्रेनें 2.5 से 3 गुना ज्यादा ट्रिप्स करेंगी. आंकड़ों के मुताबिक, स्पेशल ट्रेनों द्वारा पिछले साल अक्टूबर 1 से 31 दिसंबर तक 2614 फेरे किए गए थे. 

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आंकड़ों की मानें तो, पूजा स्पेशल ट्रेन में यात्रा करने की कुल क्षमता 1,800 है. अभी तक करीब 36 लाख लोग यूपी-बिहार पहुंच चुके हैं. अगर बैठने की क्षमता की बात करें तो जनरल कोच में बैठने की क्षमता औसतन 100 यात्रियों की होती है, जबकि गैर एसी स्लीपर कोच के साथ-साथ 3 टियर एसी कोच में यात्री क्षमता 72 होती है, जबकि 2 टियर एसी कोच (बोगी) में 48 यात्री बैठ सकते हैं. आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, भारतीय रेलवे लगभग 35.5 लाख से अधिक यात्रियों को देश के अन्य राज्यों से बिहार और यूपी लाने के लिए तैयार हैं. 

आधिकारिक डेटा की मानें तो, अप्रैल से अक्टूबर 2023 तक एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, 95.3% यात्री सामान्य और गैर एसी स्लीपर में यात्रा करते हैं, जबकि केवल 4.7% एसी कोच में यात्रा करते हैं. पिछले साल 2022 में 372 करोड़ यात्रियों ने स्लीपर नॉन एसी और जनरल में यात्रा की थी. जबकि इस बार यानी 2023 से अब तक कुल 334 करोड़ यात्री यात्रा कर चुके हैं. इनमें से 18.2 करोड़ ने एसी कोच में यात्रा की है. यात्रियों की कुल संख्या में 41.1 करोड़ की वृद्धि हुई है, जिसमें नॉन एसी यात्रियों (सामान्य और स्लीपर क्लास) में 92.5% की वृद्धि देखी गई है. 

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