इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन यानी कि IRCTC ने 8 दिसंबर से 12 दिसंबर के बीच अपने ग्राहकों को लगभग दो करोड़ ईमेल भेजे, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिख समुदाय के साथ 'विशेष संबंध' को दर्शाया गया है. ई-मेल में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सिख समुदाय के लोगों के खातिर लिए गए 13 फैसलों के बारे में जानकारी दी गई है. गौरतलब है कि यह कदम कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बीच उठाया गया है.
इस मसले पर अधिकारियों ने बताया कि IRCTC ने अपने ग्राहकों को 47 पन्नों की पुस्तिका, 'PM नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के सिखों के साथ विशेष संबंध भेजी है.' अधिकारियों का कहना है कि इसका मकसद विधेयकों के प्रति लोगों को जागरूक करना और उनके बारे में गलतफहमियों को दूर करना है. ये पुस्तिका हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी भाषा में हैं. अधिकारियों ने कहा कि 12 दिसंबर को ईमेल भेजने बंद कर दिए गए थे.
उधर , पीएसयू ने इन रिपोर्टों का खंडन किया है कि ई-मेल सिर्फ सिख समुदाय को भेजे गए हैं. IRCTC ने कहा कि ई-मेल्स किसी खास समुदाय को नहीं, बल्कि सभी को भेजे गए हैं. यह कोई पहला उदाहरण नहीं है. इसके पहले भी जनहित में सरकार की अहम योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए IRCTC ने ऐसी गतिविधियां की हैं.
वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि कई पेशेवर कंपनियां/कॉरपोरेट लोगों की डिटेल्स का विश्लेषण करते हैं, ऐसे में अगर एक सरकारी संगठन भी ऐसा करने में सक्षम है तो कुछ लोग हैरान क्यों हैं?
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गौरतलब है कृषि कानूनों के खिलाफ देश के कई राज्यों के किसान धरने पर बैठे हैं. फिलहाल, आंदोलन का केंद्र राजधानी दिल्ली का सिंघु और टिकरी बॉर्डर बना हुआ है, जहां कई दिनों से हजारों किसान अपनी मांगों लेकर प्रदर्शन कर रहे है. इन प्रदर्शनकारी किसानों में ज्यादातर पंजाब और हरियाणा से आए हैं.
इस बीच, बीजेपी ने पूरे देश में लोगों के बीच पहुंचकर विरोध-प्रदर्शनों की काट निकालने का फैसला किया. पार्टी ने 700 से अधिक प्रेस वार्ता और लगभग 100 बैठकें आयोजित करने की योजना बनाई है, जिसके दौरान पार्टी केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के पक्ष में प्रचार करेगी. पार्टी ने कृषि कानूनों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की है.
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