राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सांसदों के सवालों के जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 2022 में रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की वजह से भारतीय रेलवे को 259.44 करोड़ का नुकसान हुआ है.
यह आंकड़ा अग्निवीर योजना पर बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शन से जुड़ा है. इस विरोध प्रदर्शन के चलते बिहार, यूपी और तेलंगाना राज्यों के रेलवे स्टेशनों पर हिंसा की गई थी.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अग्निपथ योजना शुरू करने के बाद हुए आंदोलन की वजह से सार्वजनिक अव्यवस्था हुई थी. इसके चलते रेल सेवाओं में आए व्यवधान से यात्रियों को जो पैसे वापस दिए गए, उसका डेटा अलग से मेंटेन नहीं किया गया है. हालांकि, 14 जून 2022 से 30 जून 2022 के दौरान ट्रेनों के रद्द होने की वजह से करीब 102.96 करोड़ का कुल रिफंड यात्रियों को दिया गया था. जबकि 259 करोड़ रुपये का नुकसान रेलवे में आगजनी-तोड़फोड़ की वजह से हुआ.
Indian Railways suffered a loss of Rs 259.44 crores due to damage and destruction of its assets in agitations against the Agnipath Scheme, said Union Railway Minister Ashwini Vaishnaw in Rajya Sabha
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— ANI (@ANI) July 22, 2022
पिछले 3 सालों यानी 2019, 2020 और 2021 के दौरान, अन्य आंदोलन की वजह से भारतीय रेलवे को क्रमशः 151 करोड़, 904 करोड़ और 62 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
राज्यसभा में रेल मंत्रालय से यह सवाल किया गया था कि क्या देश में अग्निपथ योजना शुरू करने के बाद, सार्वजनिक अव्यवस्था के कारण रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, ट्रेनों को जलाने और रेल सेवाओं के बाधित होने की वजह से रेलवे को नुकसान हुआ है? इसके जवाब में रेल मंत्री ने सदन में ये आंकड़े प्रस्तुत किए.